भाजपा सांसद केपी यादव पर प्रद्युम्न सिंह तोमर और इमरती देवी का पलटवार, कही बड़ी बात

Atul Saxena
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Gwalior News :  ज्योतिरादित्य सिंधिया को लाखों वोटों के अंतर से हराने वाले भाजपा सांसद  केपी यादव का एक वीडियो और कुछ बयान इन दिनों चर्चा में हैं, उनके बयानों के बाद अब सिंधिया समर्थक दो नेता सामने आये हैं और उन्होंने केपी यादव पर पलटवार किया है।

सिंधिया परिवार की पारंपरिक सीट गुना शिवपुरी संसदीय सीट पर 2019 में कांग्रेस के प्रत्याशी रहे ज्योतिरादित्य सिंधिया को लाखों वोटों से हराने वाले भाजपा सांसद केपी यादव इन दिनों आहत और दुखी हैं, इसकी वजह उनके क्षेत्र में ही उनकी हो रही उपेक्षा है, उन्होंने मीडिया से बातचीत में इस बात का उल्लेख किया जिसका वीडियो वायरल हो रहा है , साथ ही उन्होंने कहा भी है कि ये समझ से परे है कि समाज के कार्यक्रमों तक में उन्हें नहीं बुलाया जाता जबकि वे सब समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं ,

भाजपा सांसद ने वीडियो में बिना नाम लिए कहा कि- भीड़ में कुछ मूर्ख लोग होते हैं। जिन्हें यह भी नहीं पता कि मंच पर बोलना क्या है? वह अपने आप को बड़ा बुद्धिजीवी समझते है, लेकिन ऐसे कई मूर्ख लोग होते हैं,  मैंने तो पहले भी खुल कर कहा था। जिन्हें यही नहीं पता कि हम भारतीय जनता पार्टी में हैं। भारतीय जनता पार्टी की केंद्र और प्रदेश में सरकार है। भारतीय जनता पार्टी का यहां सांसद है। फिर भी भरे मंच से जहां केंद्रीय मंत्री बैठे हैं। जहां और भी कई जनप्रतिनिधि बैठे हैं। वहां मंच से चिल्ला चिल्ला कर कह रहे हैं कि 2019 में हमसे गलती हुई थी। मतलब उनकी बुद्धि विवेक की मैं दाद देता हूं कि उनमें कहां से इस तरह की हिम्मत आती है कि जिसका खा रहे हो, उसकी ही थाली में छेद कर रहे हो।

उन्होंने कहा कि जिस पार्टी ने आपको मान सम्मान दिया। जिस पार्टी में आप हो। उस पार्टी का सांसद जीता है और आप मंच से कह रहे हो कि आपसे गलती हुई है। यह तो समझ से परे है। यदि उनको इतनी तकलीफ है तो मुझे लगता है कि उन लोगों को जहां वो थे, वहीं रहना था और इतने जनप्रिय हैं तो वहीं रहकर फिर से एक बार संघर्ष करते। फिर से एक बार मेरे साथ या मेरी पार्टी जिसे टिकट देती उसके खिलाफ चुनाव लड़ते। यदि जीतते तो मैं भी मानता कि हां इनकी बात में दम है।

भाजपा सांसद केपी यादव के इस वायरल वीडियो को एमपी कांग्रेस के अपने ट्विटर हैंडल पर पोस्ट किया है, कांग्रेस ने इसे ज्योतिरादित्य सिंधिया पर हमला बताते हुए इसे शेयर किया, कांग्रेस महासचिव और पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश ने इस वीडियो को शेयर करते हुए लिखा -गद्दारी का नतीजा – न घर के रहे न घाट के।

इस वीडियो के सामने आने के बाद सिंधिया समर्थक नेता मध्य प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर और पूर्व मंत्री एवं लघु उद्योग निगम की अध्यक्ष ( कैबिनेट मंत्री दर्जा प्राप्त) इमरती देवी ने पलटवार किया है , ग्वालियर में पत्रकारों से बात करते हुए इमरती देवी ने कहा कि ये उनकी सोच है, वे महाराज के ही नेता बनाये हुए हैं, उन्हीं से राजनीति सीखे हैं यदि एक बार उन्हें टिकट मिल गया और जनता ने उन्हें जीता दिया तो उन्हें इतने घमंड में नहीं बोलना चाहिए।

उर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा ये उनकी निजी सोच है, मैं इसपर क्या टिप्पणी कर सकता हूँ, तोमर ने कहा कि उनक परिवार लम्बे समय तक सिंधिया परिवार से जुड़ा रहा है, उनके पिता स्वर्गीय माधव राव सिंधिया के साथ रहे वे खुद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ रहे हैं उनके साथ काम किया है। सिंधिया द्वारा माफ़ी मांगने के सवाल पर ऊर्जा मंत्री ने कहा कि लोकतंत्र में जनता ही भगवान् होती है, वे खुद को जनसेवक मानते हैं इसलिए अपने भगवान् से माफ़ी मांगने में क्या हर्ज है और फिर वैसे भी इस समय कोई चुनाव तो हैं नहीं जो इसे चुनावों से जोड़ा जाए।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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