कमल नाथ के आरोपों पर प्रद्युम्न सिंह का जवाब- मुद्दा विहीन कांग्रेस लोगों को गुमराह कर रही है

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। कांग्रेस के आंदोलन में शामिल होने आये कमल नाथ (Kamal Nath) के आरोपों का प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) ने जवाब दिया है उन्होंने कहा कि 15 महीने की सरकार में कमल नाथ कभी ग्वालियर (Gwalior News) नहीं आये, ग्वालियर चंबल संभाग को कुछ नहीं दिया और आज जब ग्वालियर चंबल संभाग सहित पूरे प्रदेश में विकास हो रहा है तो उस विकास को अवरुद्ध करने लोगों को बरगलाने, उन्हें गुमराह करने ग्वालियर आ रहे हैं।

हजीरा सब्जी मंडी(Hazira Sabzi Mandi) को शिफ्ट किये जाने का विरोध कर रही कांग्रेस(Gwalior Congress) के आंदोलन को मजबूती देने पूर्व मुख्यमंत्री कमल नाथ आज शनिवार को ग्वालियर आये। वे कांग्रेस के धरने में शामिल हुए। उन्होंने शिवराज सरकार को दमनकारी बताते हुए कहा कि आज प्रदेश में सभी वर्ग परेशान है। कमल नाथ ने ग्वालियर के विकास पर सवाल उठाते हुए इसे जबलपुर से भी बहुत पीछे बताया।

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कमल नाथ के आरोपों पर ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह  तोमर ने जवाब दिया है।  उन्होंने कहा कि कांग्रेस मुद्दाविहीन हो गई है। कांग्रेस विकास में विश्वास  नहीं रखती।  जब कमल नाथ की 15 महीने की सरकार थी तब उन्होंने ग्वालियर को क्या दिया। ग्वालियर चंबल अंचल को क्या दिया?

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ऊर्जा मंत्री ने ग्वालियर में चल रहे विकास कार्यों को गिनाते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया, कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा कि ग्वालियर में सड़क, पानी, बिजली, स्वास्थ्य सब क्षेत्र में विकास हो रहा है जिससे कमल नाथ और कांग्रेस के पेट में दर्द हो रहा है।  और इस विकास को अवरुद्ध करने के लिए, जब कुर्सी चली गई है तो लोगों को बरगलाने , गुमराह करने के लिए बार बार ग्वालियर  आते हैं।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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