BJP छोड़कर गए विधायक वीरेंद्र रघुवंशी को लेकर बोली MP की खेल मंत्री यशोधरा राजे, कौन रघुवंशी? जो 700 वोटों से जीता था

Gwalior News : मप्र विधानसभा चुनाव से पहले BJP के कई नेता पार्टी छोड़ रहे हैं। विधायक, पूर्व विधायक, वरिष्ठ नेता संगठन पर अनदेखी करने के आरोप लगाकर इस्तीफा देकर कांग्रेस ज्वाइन कर रहे हैं लेकिन भाजपा इसे लेकर बिलकुल चिंता में नहीं है बल्कि वो विश्वास से भरी हुई है। पार्टी के नेता सिर्फ 2023 में फिर से सरकार बनाने का दावा नहीं कर रहे बल्कि पार्टी छोड़कर जाने वाले नेताओं ने बारें में उनका टिप्पणी करने का अंदाज भी निराला है।

यशोधरा का दावा भजपा के समर्थन में माहौल बन रहा है 

मप्र सरकार में खेल एवं युवा कल्याण मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने जन आशीर्वाद यात्रा की तारीफ करते हुए कहा कि एक बार फिर भाजपा के समर्थन में माहौल बन रहा है, सभी विधानसभाओं में तैयारियां तेज हो गई हैं, नेता यात्राओं में चले गए हैं कार्यकर्ता भी जुटे हुए हैं।

वीरेंद्र रघुवंशी के सवाल पर बोली यशोधरा- कौन रघुवंशी ?

शिवपुरी जिले की कोलारस विधानसभा के विधायक वीरेंद्र रघुवंशी के BJP छोड़कर जाने के सवाल पर शिवपुरी से विधायक और शिवराज कैबिनेट की वरिष्ठ मंत्री यशोधरा राजे सिंधिया ने चौंकते हुए प्रति प्रश्न किया – कौन रघुवंशी.. अच्छा वीरेंद्र रघुवंशी.. वो तो कोलारस से विधायक था .. 700 वोटों से जीता भी था.. फिर क्या …

एक देश एक चुनाव के समर्थन में यशोधरा बोली राजमाता से समय ऐसा होता था 

एक देश एक चुनाव के सवाल पर मंत्री यशोधरा राजे ने कहा ये तो बहुत अच्छी बात है, राजमाता  विजयाराजे सिंधिया के समय भी एक देश एक चुनाव होता था, उन्होंने कहा कि ये हो तो बहुत अच्छा होगा क्योंकि जितना पैसा अभी चुनावों पर खर्च होता है उतने से आधे में ही चुनाव हो जायेंगे और जो पैसा बचेगा उससे देश का विकास होगा।

उमा भारती के सवाल पर बोली यशोधरा- संगठन से पूछिए 

उमा भारती को जन आशीर्वाद यात्रा में बुलावा नहीं दिए पाने और इस वजह से उनके द्वारा नाराजगी जताने के सवाल यशोधरा राजे ने कहा कि इस बारे में आप संगठन से बार करें उनसे सवाल करें मुझसे क्यों पूछते हो?

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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