ग्वालियर।अतुल सक्सेना| शहर की सफाई व्यवस्था का जिम्मा संभाल रही ईको ग्रीन कंपनी का अमानवीय चेहरा सामने आया है । कोरोना जैसी महामारी में योद्धा बनकर काम में जुटे कर्मचारियों की सेलरी कंपनी ने काट ली। जिससे आक्रोशित सफाईकर्मी अन्य स्टाफ के साथ हड़ताल पर चले गए हैं।
कोरोना संकट के बीच सफाई कर्मियों को कोरोना वारियर कहकर प्रधानमंत्री उनका हौसला बढ़ा रहे हैं और शहर के लोग उन पर पुष्प वर्षा कर रही है लेकिन इनकी नियुक्ति करने वाली ईको ग्रीन कंपनी की नजर में इनके काम का कोई मोल नहीं हैं। कंपनी ने सफाई कर्मियों सहित सपोर्टिंग स्टाफ की सेलरी काट ली जिससे नाराज होकर सभी लोग हड़ताल पर चले गए हैं। आज सुबह करीब 1000-1200 कर्मचारियों ने काम बंद कर दिया। हड़ताल कर्मचारी रवि पवैया(कुशवाह) ने एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ को बताया कि इस महामारी में प्रधानमंत्री ने सेलरी नहीं काटने के निर्देश दिया है फिर भी ईको ग्रीन कंपनी ने सेलरी काट ली। रवि के मुताबिक जिसे 11,000रुपये मिलने थे उसे 10,000 रुपये दिया गए। रवि ने बताया कि कोई कर्मचारी का के दौरान यदि गाड़ी से स्लिप हो गया और उसने छुट्टी मना ली तो भी उसकी सेलरी काट ली। रवि ने दावा किया कि कंपनी ने कहा था कि महामारी में आपको 34 दिन की सेलरी देंगे आपको भी काम करना है लेकिन कंपनी अपने दावे से मुकर गई है।
रवि ने कहा कि इस महामारी में हम लोग शहर की सफाई कर रहे हैं लेकिन हमारे पास ना सेनेटाइजर है, ना वर्दी, ना मास्क है और ना कोई अन्य सुरक्षा उपकरण। हम अपनी जान जोखिम में डालकर सेवा कर रहे हैं लेकिन कंपनी मनमानी कर रही है। उन्होंने बताया कि आज गुडी गुडा का नाका, बुद्धा पार्क, मेला ग्राउंड, आदर्श मिल और नारायण विहार सभी जगह हमारे सफाईकर्मी, ड्राइवर, हेल्पर, सुपरवाइजर और अन्य सपोर्टिंग स्टाफ ने काम बंद कर दिया है और जब तक हमारी मांग पूरी नहीं होती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। हड़ताल की सूचना पर ईको ग्रीन कंपनी के एच आर अनिल शर्मा कर्मचारियों से मिलने गए , लेकिन इसका कोई फायदा नहीं हुआ एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ ने ईको ग्रीन के एच आर अनिल शर्मा से बात करने का कई बार प्रयास किया लेकिन उन्होंने फोन नहीं उठाया।कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने के मामले पर नगर निगम आयुक्त संदीप माकिन से जब बात की गई तो उनका कहना है ईको ग्रीन के सफाई कर्मचारियों और सपोर्टिंग स्टाफ के कुछ इश्यू हैं जिन्हें जल्द निपटा लिया जायेगा। मैंने एडिशनल कमिश्नर को भेज दिया है।
बहरहाल एक साथ 1000-1200 सफाईकर्मियों और सपोर्टिंग स्टाफ के हड़ताल पर जाने का असर शहर की सफाई व्यवस्था पर भी पड़ा है। हड़ताल पर गए कर्मचारियों ने कहा है कि जब तक हमारी मांगें नही मान ली जाती और कटी हुई सेलरी नहीं मिल जाती तब तक हड़ताल जारी रहेगी। अब देखना ये है कि अमानवीयता का प्रदर्शन करने वाली कोरोना वारियर्स के साथ कब तक न्याय करती है।