ग्वालियर। आर्थिक अपराध अन्वेषण ब्यूरो यानी ईओडब्ल्यू ने छात्रवृत्ति घोटाले में 8 लोगों के खिलाफ एफ आई आर दर्ज की है । ग्वालियर चंबल संभाग में फैले छात्रवृत्ति घोटाले के रैकेट में यह आठवीं एफआईआर है।
दरअसल भिंड जिले के गोरमी के रामनाथ सिंह शिक्षा प्रसार समिति द्वारा रामनाथ सिंह होम्योपैथिक कॉलेज और रामनाथ सिंह कॉलेज ऑफ फार्मेसी का संचालन किया जाता है। लेकिन सरकार की ओर से अनुसूचित जाति जनजाति और पिछड़ा वर्ग के छात्रों को दी जाने वाली छात्रवृत्ति हड़पने के लिए कॉलेज संचालकों ने अपने अधिकारियों, कर्मचारियों और नोडल एजेंसी को साथ मिलाकर फर्जी छात्रों के नाम पर लाखों का घोटाला कर लिया । इनमें छात्रवृत्ति लेने के लिए एक ही छात्र को एक ही अवधि में दो अलग अलग संकाय में प्रवेश दिखाकर उनकी स्कॉलरशिप हड़प ली। फिलहाल 50 छात्रों की जांच में ही पांच लाख का घोटाला सामने आया है। जबकि यह दोनों कॉलेज 1996 से 2010 तक इसी तरह की गतिविधियों में लिप्त रहे हैं। ऐसा गोपनीय शिकायत में कहा गया है। गोपनीय शिकायत के आधार पर ही ईओडब्ल्यू ने इस मामले की जांच शुरू की थी। लंबे अर्से तक जांच के बाद ईओडब्ल्यू ने पाया कि कॉलेज संचालक, समिति अध्यक्ष, सचिव, पदाधिकारी तत्कालीन प्राचार्य , क्लर्क और नोडल एजेंसी की प्राचार्य इस घोटाले में शामिल रही हैं ।अनुसूचित जात�� जनजाति कल्याण विभाग की मिलीभगत से भी इनकार नहीं किया गया है ।इसलिए ईओडब्ल्यू का कहना है कि आगे होने वाली जांच में कुछ और आरोपी बढ़ाए जा सकते हैं। EOW एसपी आर एस भदौरिया के मुताबिक जिन लोगों के खिलाफ एफआईआर हुई है उनमें नरेंद्र सिंह सेंगर, जयराम पटेल, राम बहादुर सिंह भदौरिया, रामनाथ सिंह शिक्षा प्रसार समिति के संचालक गण, अध्यक्ष और दूसरे कर्मचारी शामिल है।