Shadi.com के नाम पर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो नाइजीरियन युवक गिरफ्तार

Atul Saxena
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ग्वालियर, अतुल सक्सेना। Shadi.com के नाम पर ठगी करने वाले एक शातिर गिरोह के दो सदस्यों को दिल्ली से ग्वालियर पुलिस ने गिरफ्तार किया है जो नाइजीरिया के रहने वाले हैं क्राइम ब्रांच की साइबर सेल और फील्ड टीम ने संयुक्त रूप से कार्यवाही करते हुए गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस को नाइजीरियन युवकों से इंटरनेशनल सिम, लेपटॉप, मोबाइल फोन सहित बहुत सी लड़कियों के नाम और नंबर मिले हैं। पुलिस ने ऐसे बैंक एकाउंट का भी पता लगाया है जिसमें ये रुपये ट्रांसफर कराते थे।

Shadi.com के नाम पर ठगने वाले गिरोह का पर्दाफाश, दो नाइजीरियन युवक गिरफ्तार

एसपी अमित सांघी ने पत्रकारों को जानकारी देते हुए बताया कि पिछले साल सितम्बर में शिवशंकर जैन धर्मशाला के पीछे, मुरार में रहने वाली संजीता माथुर ने उसके साथ मेट्रोमोनियल साइट Shadi.com के नाम पर ठगी की शिकायत की गई थी। शिकायत के बाद क्राइम ब्रांच की साइबर सेल और फील्ड टीम दोनोंको सक्रिय किया गया।  दोनों टीमों ने काम करते हुए आरोपियों को दिल्ली के द्वारका से गिरफ्तार किया है।

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एसपी ने बताया कि युवती ने Shadi.com पर रजिस्ट्रेशन कराया था। वहां से एक यवक ने एक आईडी से संपर्क किया और विदेश से एक गिफ्ट देने के लिए कहा फिर कस्टम ड्यूटी के लिए पैसों की मांग की। 37 हजार रुपये जमा करने के बाद जब युवती से 87 हजार रुपयों की और मांग की गई तो उसे शक हुआ और उसने शिकायत की। पुलिस ने कॉल डिटेल के आधार आरोपियों की सर्चिंग की और दो नाइजीरियन आरोपियों को पकड़ लिया।

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एसपी अमित सांघी ने बताया कि आरोपियों के कब्जे से 10 इंटरनेशनल सिम, 01 भारतीय सिम, 17 मोबाइल, 03 लेपटॉप, नगद राशि, एक नोटबुक जिसमें बहुत सी लड़कियों के नाम और नंबर मिले हैं।  पुलिस को उन बैंक एकाउंट का भी पता लगा है जिसमें ये पैसा ट्रांसफर कराते हैं। ये उत्तर पूर्वी राज्यों के है, पुलिस इन एकाउंट होल्डर का पता लगाकर उन्हें भी आरोपी बनाएगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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