चुनावों से पहले कांग्रेस को झटका, पूर्व MLA ने छोड़ी पार्टी, बसपा का दामन थामा

Atul Saxena
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Congress leader resigned : विधानसभा चुनावों से पहले प्रदेश में जोड़तोड़ की राजनीति जारी है, इसी क्रम में कांग्रेस को एक झटका फिर लगा है, ये झटका लगा है ग्वालियर चम्बल अंचल से जहाँ एक कांग्रेस नेता एवं पूर्व विधायक ने पार्टी छोड़ दी और बहुजन समाज पार्टी को ज्वाइन कर लिया। बसपा के ग्वालियर स्थित संभागीय कार्यालय में पूर्व विधायक बलवीर डंडोतिया ने बसपा की सदस्यता ले ली।

चुनावों से पहले कांग्रेस को झटका, पूर्व MLA ने छोड़ी पार्टी, बसपा का दामन थामा

 

2013 में बसपा के टिकट पर ही बने थे विधायक 

ग्वालियर में बसपा प्रदेश अध्यक्ष रमाकांत पिप्पल के सामने पूर्व विधायक बलवीर डंडोतिया ने बसपा की सदस्यता ले ली और कांग्रेस छोड़ दी, हालाँकि चुनावों से पहले इसे कांग्रेस को झटका माना जायेगा लेकिन आपको बता दें कि बलवीर डंडोतिया बसपा के टिकट पर ही 2013 में मुरैना जिले की दिमनी विधानसभा से विधायक बने थे।

2018 में चुनाव हारने के बाद ज्वाइन की थी कांग्रेस 

बलवीर डंडोतिया बसपा के टिकट पर 2018 के चुनाव लडे लेकिन हार गए थे तो उन्होंने पार्टी छोड़ दी और कांग्रेस ज्वाइन कर ली थी। अब विधानसभा चुनावों से पहले उन्होंने फिर पाला बदल लिया है, बलवीर डंडोतिया ने कांग्रेस को छोड़कर घर वापसी कर ली। घर वापसी के बाद मीडिया से बात करते हुए पूर्व विधायक बलवीर डंडोतिया ने कहा कि मैं बचपन से ही बसपा का समथक रहा, हमारा परिवार भी भी बसपा को समर्थन देता है।

दावा – बसपा के टिकट पर फिर जीतकर दिखाऊंगा 

उन्होंने कहा कि मेरा सभी से भाईचारा है, मैं कांग्रेस में गया जरुर था लेकिन मैंने वहां कोई कार्यक्रम अटेंड नहीं किये, वहां मुझे कोई विशेष मान सम्मान भी नहीं मिला, यहाँ कार्यकर्ताओं का दबाव था कि बसपा में लौट आऊ तो वापस आ गया। पूर्व विधायक ने कहा कि कांग्रेस में रहकर तो जीत नहीं सकता लेकिन बसपा से जीतकर दिखाऊंगा। उन्होंने कहा कि यदि बहन जी मायावती का आशीर्वाद रहा तो दिमनी विधानसभा से चुनाव लडूंगा और जीतकर दिखाऊंगा।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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