ग्वालियर। सरकार और तमाम एनजीओ की लाख कोशिशों के बाद भी मासूमों की खरीद फरोख्त और उन्हें देह व्यापार के घिनौने धंधे में धकलने वाले सक्रिय हैं। ग्वालियर में भी पुलिस ने बदनाम बस्ती से एक छह माह की बच्ची को बरामद किया है । हालांकि अभी मामला संदिग्ध है। इस मामले में पुलिस ने एक महिला और एक पुरुष को गिरफ्तार किया है।
मासूम बच्चियों को देह कारोबारियों को बेचने के लिए कुख्यात रहे बदनापुरा से छह महीने की मासूम बच्ची को पुलिस ने बरामद किया है। लेकिन कुछ लोगों ने झांसी से पुलिस के सामने आकर कहानी सुनाई है कि मासूम उनकी बच्ची है। गरीबी की वजह से उसे बेहतर परवरिश देने के लिए उसे पड़ोस में रहने वाले एक पुरूष के जरिये महिला को गोद दिया था।
दअरसल पुरानी छावनी थाना क्षेत्र से पुलिस ने छह महीने की मासूम बच्ची को बदनापुरा स्थित माया नामक महिला के घर से बरामद किया है। इस बस्ती में पुलिस वांटेड आकाश धनावत की तलाश में घुसी थी। तभी क्लू मिला कि आकाश के चचेरे भाई के घर में छह महीने की बच्ची कुछ दिन पहले आई है। उसे आकाश की भाभी माया अपनी बेटी बताकर पाल रही है। माया को पकड़ा तो बच्ची भी मिल गई। लेकिन पुलिस को माया बच्ची से अपना रिश्ता नहीं बता सकी। पुलिस ने बच्ची को बरामद कर माया और आकाश धनावत को गिरफ्तार कर लिया है। वहीँ बच्ची को चाइल्ड लाइन के हवाले कर दिया है । माया की गिरफ़्तारी के 24 घंटे बाद झांसी निवासी अहिरवार परिवार ने पुलिस के सामने पहुंचकर दलील दी है कि मासूम बच्ची उनकी बेटी है, उनका परिवार गरीब है, उसके दो बच्ची हैं। इसलिए मासूम बेटी को पालने की स्थिति नहीं है। उसे बेहतर जिंदगी देने के लिए पड़ोस में रहने वाले अनिकेश नाम के एक युवक के जरिये बच्ची को तीन महीने पहले उसकी सास रैना को गोद दिया था। जब कुछ महीने गुजर गए तो उस युवक से बच्ची की मां ने मिलने की जिद की तो युवक ने बच्ची से नहीं मिलाया और बोल दिया था कि उसी बच्ची मर गई है या फिर मुंबई में है। पुलिस ने आकाश और माया पर बच्ची की खरीद-फरोख्त का केस दर्ज किया है और दोनों को गिरफ्तार भी कर लिया है। इन आरोपियों से पुलिस अब पूछताछ में जुट गई है पुलिस को आशंका है कि इसमें एक बड़ा गैंग शामिल हो सकता है।