ग्वालियर। एमएलबी कॉलेज के खेल मैदान पर लगी शहीद छात्र हरि सिंह – दर्शन सिंह की प्रतिमा में से किसी उपद्रवी ने हरि सिंह की प्रतिमा को तोड़ दिया। जबकि दर्शन सिंह की प्रतिमा सुरक्षित है। गौरतलब है कि पिछले साल 18 जनवरी 2018 को भी किसी शरारती ने हरि सिंह की प्रतिमा को ही तोड़ा था।
मंगलवार को जब छात्र कॉलेज पहुंचे तो उन्हें खेल मैदान में हरि सिंह की प्रतिमा टूटी मिली। प्रतिमा तोड़ने वाले ने प्रतिमा के चेहरे को तोड़कर पास में ही फेंक दिया और धड़ को बहुत नुकसान पहुंचाया।प्रतिमा टूटी देखकर छात्र आक्रोशित हो गए उन्होंने प्रिंसिपल को आवेदन देकर कहा कि पिछले साल भी 18 जनवरी को यही प्रतिमा तोड़ी गई थी तब इन दोनों प्रतिमाओं की सुरक्षा की मांग की गई थी। यदि कॉलेज प्रशासन ये मांग मान लेता तो आज फिर से ये प्रतिमा नहीं टूटी और शहीद का अपमान नहीं होता। छात्रों ने प्रिंसिपल को 26 जनवरी तक प्रतिमा सही कराने और दोषी को सजा दिलाने का निवेदन किया है।
गौरतलब है कि ग्वालियर के एमएलबी कॉलेज ऐतिहासिक है। आजादी के पहले का दौर इसने देखा है। तब इसे विक्टोरिया कॉलेज कहा जाता था। 1942 में जब भारत छोड़ो आंदोलन हुआ था तब इस कॉलेज के छात्रों ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया था। वहीँ नौ अगस्त 1950 को जब कॉलेज प्रशासन ने अचानक छात्रों की फ़ीस बढ़ा दी तो छात्रों ने इसका विरोध किया। छात्र नारे लगाते हुए कॉलेज में आ गए तो पुलिस ने उनके ऊपर फायरिंग कर दी जिसमें दो छात्र हरि सिंह – दर्शन सिंह की मौत हो गई। और फिर भारत छोड़ो आंदोलन के 50 साल पूरे होने पर एमएलबी कॉलेज के मैदान में इन शहीद छात्रों की प्रतिमाओं को स्थापित किया गया। फिलहाल प्रतिमा टूटने से छात्रों में बहुत आक्रोश है।