परीक्षा में विद्यार्थियों को दिए जीरो नंबर, विरोध में विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन, सवाल किया तो कहा शून्य भी तो नंबर ही है

गुना पीजी कॉलेज के छात्र छात्राओं ने आज शुक्रवार को जीवाजी विश्वविद्यालय पर प्रदर्शन किया, रिजल्ट में 0, 1, 2 देकर फेल किये जाने से छात्र आक्रोशित हैं।

परीक्षाओं में धांधली, परीक्षा परिणाम में गड़बड़ी, रिजल्ट में देरी, सम्बद्धता में भ्रष्टाचार जैसे मामलों को लेकर चर्चा में रहने वाला ग्वालियर का जीवाजी विश्वविद्यालय इस बार ग्रेजुएशन के परीक्षा परिणाम को लेकर चर्चा में है, चर्चा की वजह है विद्यार्थियों को 0, 1 , 2 नंबर आना, बड़ी संख्या में ऐसे विद्यार्थी हैं जिन्हें फेल कर दिया गया है, विद्यार्थी परेशान है और अपनी कॉपियां देखने की मांग कर रहे हैं जिस पर विश्वविद्यालय के अधिकारी अजीब से तर्क दे रहे हैं और प्रोसीजर फ़ॉलो करने की नसीहत दे रहे हैं।

ग्वालियर के जीवाजी विश्वविद्यालय पर आज गुना पीजी कॉलेज के कई छात्र पहुंचे उन्होंने अधिकारियों से मिलकर उन्हें ज्ञापन देने का प्रयास किया उन्हें अपनी परेशानी समझाने का प्रयास किया लेकिन कोई नतीजा नहीं हुआ जिसके बाद विद्यार्थी वहीं विश्वविद्यालय के गेट पर ही धरने पर बैठ गए।

प्रदर्शन का नेतृत्व गुना पीजी कॉलेज की AIDSO इकाई के अध्यक्ष शुभम राव और सचिव रक्षा मीणा कर रहे हैं, रक्षा मीणा ने कहा कि परीक्षाओं में भारी धांधली की गई है हमने कॉलेज के प्रिंसिपल को भी ज्ञापन दिया लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई अब हम 300 किलोमीटर दूर से बारिश के बीच जीवाजी विश्वविद्यालय आये हैं तो यहाँ भी सुनने वाला कोई नहीं है विद्यार्थियों को परेशान किया जा रहा है।

अधिकारियों का बेहूदा जवाब, 0 भी तो नंबर होता है 

उन्होंने कहा जीरो नंबर देना अपने आपमें धांधली बताता है क्योंकि ये संभव ही नहीं है कि विद्यार्थी कुछ लिखे ही नहीं , फिर भी किसी को जीरो किसी को 1 किसी को 2 नंबर देकर फेल किया गया है , उन्होंने कहा कि कई छात्र ऐसे हैं जो 12 वीं के टॉपर हैं उन्हें भी ऐसे ही नम्बर देकर फेल कर दिया, जब हमने कॉपियां दिखाने की मांग की तो कह रहे है जितना लिखा है उतने नंबर ही आएंगे जीरो भी तो एक मार्क्स ही होता है।

विद्यार्थियों को नसीहत कॉपी देखने के लिए प्रक्रिया पूरी करो 

स्टूडेंट्स ने जब उन्हें उनकी कॉपियां दिखाने के लिए कहा तो अधिकारी कहने लगे कि उसके प्रोसीजर को फ़ॉलो करना होगा यानि विद्यार्थी को जिस विषय की कॉपी देखने है या री चैकिंग/री टोटलिंग के लिए आवेदन देना है उसके लिए निर्धारित फ़ीस भी उसको देनी होगी, छात्र मांग कर रहे हैं कि ये सब निःशुल्क होना चाहिए।

ग्रेजुएशन फ़ाइनल ईयर रिजल्ट में धांधली के आरोप 

आपको बता दें कि पिछले दिनों जीवाजी विश्वविद्यालय ने ग्रेजुएशन अंतिम वर्ष की परीक्षाओं का रिजल्ट घोषित किया था इसमें सैकड़ों की संख्या में छात्रों को फेल कर दिया गया, बहुत से स्टूडेंट्स को तो गणित, फिजिक्स, इतिहास आदि विषय में 0, 1, 2 नंबर दिए है जिसके बाद से इसका विरोध हो रहा है और परिणाम में धांधली के आरोप लग रहे हैं।

ग्वालियर से अतुल सक्सेना की रिपोर्ट 


About Author
Atul Saxena

Atul Saxena

पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

Other Latest News