ग्वालियर, अतुल सक्सेना। गुना शिवपुरी संसदीय क्षेत्र से ज्योतिरादित्य सिंधिया को पिछला लोकसभा चुनाव हराने वाले भाजपा सांसद के पी यादव ने ग्वालियर का नाम लक्ष्मी बाई के नाम पर रखने का समर्थन किया है। लक्ष्मी बाई की समाधि पर आए यादव ने यह भी कहा कि वीरांगना की समाधि पर हर किसी को आना चाहिए।
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कभी सिंधिया के अनुयायी रहे और पिछले लोकसभा चुनाव में बीजेपी के टिकट पर उनको शिकस्त देने वाले के पी यादव ने शुक्रवार को ग्वालियर आकर फूल बाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए। श्रद्धांजलि देते हुए जब पत्रकारों ने उनसे सवाल किया तो उन्होंने कहा कि हर राष्ट्रभक्त को वीरांगना की समाधि पर आना चाहिए, चाहे वह कोई भी हो। जब उनसे पूछा गया क्या उनकी यह सलाह सिंधिया के लिए भी है तो उन्होंने हंसते हुए कहा कि यहां बलिदान सभा के कार्यक्रम में राजनीति ठीक नहीं रहेगी। उन्होंने शहर का नाम वीरांगना के नाम पर रखने पर सहमति दी और कहा कि यदि लोग ऐसा चाहते हैं तो यह एक अच्छी बात है।
ग्वालियर चंबल अंचल ज्योतिरादित्य सिंधिया का परंपरागत गढ़ माना जाता है। सिंधिया परिवार की मूल जड़ें इसी क्षेत्र में हैं। लेकिन इसी क्षेत्र से पिछली बार के पी सिंह ने उन्हें शिकस्त दी थी और लोकसभा सदस्य बने थे। उसके बाद अक्सर उनका सिंधिया से टकराव देखा जाता रहा है। सिंधिया के बीजेपी में शामिल होने के बाद भी ऐसे मौके बहुत कम आए हैं जब दोनों सार्वजनिक स्थान पर साथ दिखे हों, भले ही उनकी पार्टी एक हो गई हो। रानी लक्ष्मीबाई का नाम सिंधिया परिवार के लिए हमेशा एक दुखती रग रहा है। कभी उनके कट्टर विरोधी माने जाने वाले जयभान सिंह पवैया ने फूल बाग स्थित रानी लक्ष्मीबाई की प्रतिमा पर बलिदान कार्यक्रम का शुभारंभ किया था जो लगातार जारी है। अब के पी यादव के इस बयान ने एक बार फिर राजनीति गर्मा गई है।