ग्वालियर।अतुल सक्सेना।
कोरोना महामारी (Corona Crisis) में लोगों को स्वस्थ रखने के लिए सरकारी प्रयास होते तीन महीने हो चुके हैं। लोगों को मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग (Masks and social distancing) का महत्व लगातार समझाया जा रहा है बावजूद इसे कुछ लोग अभी भी लापरवाह बने हुए हैं। इनमें वो युवा वर्ग ज्यादा है जिसे अपनी सेहत की फिक्र है और उसके लिए वो एक्सरसाइज करता है लेकिन नियमभी तोड़ता है। अब ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस अधिकारी एक्शन ले रहे हैं।
ग्वालियर की गौरव गाथा सुनाता ऐतिहासिक दुर्ग अपनी शुद्ध आबो हवा के चलते पिछले लंबे समय से उन लोगों की पसंद बना है जो सेहत को लेकर गंभीर और जागरूक रहते हैं। ग्वालियर किले के आसपास रहने वाले बहुत से लोग सुबह किले पहुँचते है और एक्सरसाइज, योगा, व्यायाम आदि करते हैं। सुबह के समय यहाँ मान मंदिर पैलेस से लेकर पूरे परिक्षेत्र में भारी भीड़ रहती है। लेकिन शहर से दूर एकांत और ऊँचाई वाला स्थान होने के कारण कुछ लोग यहाँ नियम तोड़ने से परहेज नहीं करते और ऐसे ही लोग इन दिनों ट्रैफ़िक डीएसपी नरेश अन्नोटिया (Traffic DSP Naresh Annotia)के निशाने पर हैं।इसी के चलते ट्रैफ़िक डीएसपी नरेश अब चर्चाओं में आ गए है।
समझाइश और मास्क देते हैं लेकिन चालान भी करते हैं
ट्रैफ़िक डीएसपी नरेश अन्नोटिया शहर की व्यवस्था संभालने के साथ साथ किले कीसैर करने वालों पर भी निगाह जमाये हुए थे। जब इन्होंने वहाँ सुबह आने वाले लोगों को बिना मास्क के देखा तो अभियान छेड़ दिया। डीएसपी अन्नोटिया अपने स्टाफ़ के साथ सुबह सुबह किले पहुँचते हैं और बिना मास्क पहने घूमते या एक्सरसाइज करते लोगों को रोक कर उनका चालान करते हैं, समझाइश देते हैं और फिर एक मास्क देकर चेहरे पर लगवाते हैं। एमपी ब्रेकिंग न्यूज़ से बात करते हुए डीएसपी अन्नोटिया ने कहा कि किले पर एक्सरसाइज करने के लिए अधिकतर युवा पहुँचते हैं । ये लोग सेहत के लिए फिक्र मंद है ये देख कर अच्छा लगता है लेकिन इनमें से ज्यादातर मास्क नहीं लगाते। तो हम मात्र 100रुपये की रेड क्रॉस की रसीद काटते है और उसकी एवज में एक मास्क देते है और समझाते हैं कि कोरोना में सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क बहुत जरूरी है। उन्होंने बताया कि ये सिलसिला पिछले पांच दिनों से जारी है और आगे भी जारी रहेगा।।