चोर ने मात्र 20 सेकड में तोड़ दिया बुलेट का लॉक, दरोगा को दिया लाइव डेमो

ग्वालियर, अतुल सक्सेना। साहब! रॉयल आदमी हूं सिर्फ रॉयल बाइक ही चुराता हूं, यह कहना है शातिर बुलेट चोर का, जिसे महाराजपुरा पुलिस ने डीडी नगर में धर दबोचा है। पुलिस को मिली जानकारी के अनुसार बुलेट चोर श्याम गुर्जर और बाजना गुर्जर निवासी मुरैना, डीडी नगर में बुलेट गाड़ी को ठिकाने लगाने के लिए आए थे। जब इसकी जानकारी महाराष्ट्र पुलिस को मिली तो सीएसपी महाराजपुरा की अवगानी में इलाके की घेराबंदी कर पुलिस में इन दोनों शातिर चोरों को पकड़ लिया।

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जब पुलिस ने इन चोरों से पूछताछ की तब उन्होंने बताया की हम रॉयल चोर हैं हर गाड़ी की चोरी नहीं करते सिर्फ रॉयल गाड़ियां ही चुराते हैं। हमें इन गाड़ियों की अच्छी खासी कीमत बाजार में मिल जाती है। सबसे अच्छी बात यह है की बुलेट पर लोग नंबर लिखाना भी पसंद नहीं करते और इसलिए हमारा काम और भी आसान हो जाता है। पूछताछ के दौरान चोरों ने मुरैना और ग्वालियर में कई अन्य वारदातों का भी खुलासा किया।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।