ग्वालियर । शहर के लोगों को रोज पानी देने के नगर निगम के दावों की हवा निकल गई है । अप्रैल में ही लोग पानी के लिए परेशान होने लगे हैं । कैबिनेट मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र के कई मोहल्ले ऐसे हैं जहां करीब डेढ़ महीने से नलों में पानी नहीं आया, शिकायतों के बावजूद दो तीन टैंकर ही पहुंच रहे हैं और परेशान लोगों को बहुत दूर दूर से पानी भरना पड़ रहा है।
ग्वालियर शहर के कई क्षेत्र ऐसे हैं जहां गर्मियों में पानी की समस्या बहुत विकराल रूप ले लेती है। इसमें ग्वालियर विधानसभा और ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के मोहल्ले प्रमुख रूप से शामिल हैं। ऐसा नहीं है कि इन परिस्थितियों से नगर निगम के अधिकारी परिचित नहीं है बावजूद इसके निगम के अधिकारी कागजों पर तो प्लानिंग के बहुत घोड़े दौड़ाते हैं लेकिन जब गर्मी आती है तो उनके दावों की हवा निकल जाती है। ऐसा ही कुछ इस बार भी देखने को मिल रहा है। अभी आधा अप्रैल ही निकला है और लोग अभी से ही पानी के लिए हाहाकार करने लगे हैं। सबसे बुरी स्थिति प्रदेश सरकार के खाद्य मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर के विधानसभा क्षेत्र ग्वालियर की है। उपनगर ग्वालियर के नाम से पहचाने वाले इस क्षेत्र के गुदड़ी मोहल्ला , नूरगंज, रमटापुरा में करीब डेढ़ महीनों से नलों में पानी ही नहीं आया और इन क्षेत्रों में रहने वाले करीब 30 हजार लोग पानी के लिए परेशान हैं वे 500 -600 मीटर दूर से पानी लेकर आ रहे हैं और अपनी जरूरतों को पूरा कर रहे हैं।
जरूरत 15 टैंकरों की आते हैं दो या तीन
पानी के लिए परेशान हो रहे ये लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही । यहां नगर निगम के टैंकरों से पानी की सप्लाई का दावा भी झूठा साबित हो रहा है। आबादी के हिसाब से इन क्षेत्रें में करीब 15 टैंकरों की रोज जरूरत है लेकिन दो या तीन टैंकर ही भेजे जा रहे हैंं। जिसके चलते लोगों को ना तो पीने के लिए पर्याप्त पानी मिल रहा है और ना ही नहाने और अन्य जरूरतों के लिए । ऐसा हि हाल ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कई मोहल्लों का है वहां के लोग भी दूर दूर से पानी लेकर आ रहे हैं।
रोज पानी देने के दावों की हवा निकली
नगर निगम ने पानी की कमी को देखते हुए एक दिन छोड़कर पानी की सप्लाई कर रही थी, दावा था कि अभी पानी की बचत करेंगे तो गर्मियों में रोज पानी दे सकेंगे. कुछ दिन पहले एक अप्रैल से रोज पानी देने की बात कही गई फिर छह अप्रैल तारीख दी गई और फिर कहा गया कि रविवार से रोज पानी दिया जाएगा लेकिन फिर प्लान बदल दिया गया , बताया गया कि कम प्रेशर के कारण टंकिया नहीं बर पा रहीं इसलिए पानी सप्लाई प्रभावित हो रही है। पार्षद विनोद यादव के अनुसार नगर निगम कमिश्नर सहित पीएचई के अधिकारियों को कई बार शिकायत की गई है लेकिन कोई सुनवाई नहीं होती। हालांकि कमिश्नर संदीप माकिन का कहना है कि पानी की समस्या दूर करने के प्रयास किए जा रहा हैं और टंकियों को भी पूरो करने के निर्देश अधिकारियों को दिए गए हैं। जिससे समस्या पर नियंत्रण हो सके । अब देखना ये होगा कि कमिश्नर के कहे अनुसार पानी की समस्या दूर होती है या मई जून में ये और विकराल रूप लेती है।