ग्वालियर। अतुल सक्सेना| ग्वालियर जिले (Gwalior District) की ग्वालियर दक्षिण विधानसभा के कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक (Congress MLA Praveen Pathak) ने आगामी 9 जून से 12वीं बोर्ड की परीक्षाओं की घोषणा होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) को पत्र लिखकर छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए जनरल प्रमोशन देने का निवेदन किया है । विधायक पाठक ने कहा है ये सरकार की जिम्मेदारी है कि मध्यप्रदेश में भी इजराइल जैसे हालात ना हो जाएं।
कांग्रेस विधायक प्रवीण पाठक ने मुख्यमंत्री को लिखे पत्र में कहा कि पूरे प्रदेश के साथ मध्यप्रदेश भी कोरोना से लड़ाई लड़ रहा है और इस संघर्ष में सभी वर्ग अपना योगदान दे रहे हैं । सरकार ने समीक्षा के बाद अधिकांश संस्थानों, बाजारों और अन्य जरूरी उपयोग की वस्तुओं को अनलॉक करना शुरू कर दिया है लेकिन एहतियात के तौर पर स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों को बंद रखने का फैसला लिया है । इन विषम परिस्थितियों में आपको छात्रों का विशेष रूप से ध्यान रखने की आवश्यकता है, इस संकट के समय में आप की सरकार 12वीं बोर्ड के छात्रों को परीक्षा के लिए बाध्य नहीं कर सकती, विद्यार्थियों के साथ खिलवाड़ किसी भी परिवार के चिराग को सदैव के लिए बुझा सकता है और इसकी नैतिक जिम्मेदारी बतौर मुख्यमंत्री आपको ही लेनी होगी ।
विधायक श्री पाठक ने पत्र में आगे कहा है कि इजराइल देश की घटना का भी आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं जहां सरकार की एक गलती आज इजराइल के 7000 से ज्यादा छात्रों एवं उनके शिक्षकों के परिवार भुगत रहे हैं। आपसे अनुरोध है इन नन्हे बच्चों को कोरोना की टेस्टिंग किट के रूप में उपयोग न करें । इजराइल की घटना की पुनरावृति मध्यप्रदेश में न हो यह आपकी जिम्मेदारी है। विधायक श्री पाठक ने आगे कहा कि मध्यप्रदेश में आप की सरकार कोरोना से संबंधित हर व्यवस्था को मुहैया कराने में नाकाम रही है यदि इन्हीं परिस्थितियों में आपने इन नन्हें बच्चों के जीवन को दांव पर लगाकर परीक्षा कराने का अनैतिक और वर्तमान में असंवैधानिक निर्णय ले लिया है तो आपसे विनम्र अनुरोध है कि परीक्षा केंद्रों पर आपकी सरकार एवं प्रशासन पूरे इंतजाम करें जिसमें बच्चों को कोई असुविधा न हो और आपका यह निर्णय इतिहास के पन्नों पर कलंक के रूप में दर्ज ना हो ।
जनरल प्रमोशन दें, संवेदनशील मुख्यमंत्री के रूप में याद रखेंगे
विधायक पाठक ने कहा है कि यदि आप दलगत राजनीति से ऊपर उठकर मेरे इस पत्र पर विचार करके 12वीं बोर्ड के बच्चों का जनरल प्रमोशन दें तो यह बच्चे आपको एक संवेदनशील मुख्यमंत्री के रूप में सदैव याद रखेंगे । बच्चों की सुरक्षा मेरी मांग नहीं है ये नन्हें बच्चों का हक है कि परीक्षा के दौरान बच्चों की सुरक्षा और सावधानी के पूरे इंतजामात पुख्ता किए जाएं और मेरे प्रदेश का एक भी छात्र एवं छात्रा को आपकी असावधानी का शिकार बनना पड़ा तो इसका जिम्मेदार कौन होगा? पत्र के अंत में विधायक श्री पाठक ने अनुरोध किया है कि मुख्यमंत्री अपने निर्णय पर पुनर्विचार कीजिए और पूरे प्रदेश के बच्चों के मामा कहलाने की बात को प्रमाणित कीजिए ।