शराबी पति की प्रताड़ना से परेशान थी पत्नी, कहा नहीं रखूंगी करवाचौथ, प्रेमी के साथ मिलकर की हत्या

Atul Saxena
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ग्वालियर , अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस (Gwalior Police) ने पिछले महीने 6 सितम्बर को चीनौर थाना क्षेत्र में नहर में मिले व्यक्ति की हत्या (Murder) की गुत्थी को सुलझा लिया है।  हत्या पत्नी ने अपने प्रेमी के साथ मिलकर की थी फिर प्रेमी के दोस्त के साथ मिलकर शव को नहर में फेंक दिया था। पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।

पुलिस अधीक्षक अमित सांघी (Gwalior SP Amit Sanghi) ने पत्रकारों को बताया कि शव की पड़ताल के बाद संदेह हो गया था कि मामला संदिग्ध है। शव के पीएम में भी हत्या का संदेह सामने आया। जाँच पड़ताल में शव की शिनाख्त पारीक्षित रावत निवासी देवरी कलां थाना बेलगढ़ा के रूप में हुई । मर्ग की जाँच चल रही थी, पुलिस ने तकनीकी साक्ष्य जुटाए, एडिशनल एसपी, एसडीओपी, थाना प्रभारी बेलगढ़ा, थाना प्रभारी चीनौर, थाना प्रभारी भितरवार ने गंभीरता से जाँच की तो घटना का खुलासा हो गया।

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पुलिस ने मृतक की पत्नी, उसके प्रेमी और दोस्त को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो तीनों ने अपराध करना स्वीकार कर लिया।  एसपी ने बताया कि मृतक शराब पीने का आदी था , शराब के नशे में पत्नी से झगड़ा करता था मारपीट करता था। पत्नी उससे तंग आ चुकी थी उसने प्रेमी से कहा कि वो अब इसके साथ नहीं रहना चाहती, कोई व्रत उपवास करवाचौथ भी नहीं नहीं करना चाहती।

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घटना वाले दिन 4 सितम्बर को जब मृतक नशा कर घर आया और लगभग बेहोशी की हालात में हो गया तो आरोपी पत्नी ने प्रेमी को बुलाया फिर गला दबाकर पति की हत्या कर दी।  हत्या के बाद लाश को ठिकाने लगाने का मौका नहीं मिला तो उसे घर में ही पलंग के नीचे छिपाये रखा, अगली रात प्रेमी ने दोस्त को बुलाकर मोटर साइकिल से बड़ी नहर में लाश को फेंक दिया जो 6 सितम्बर को चीनौर थाना क्षेत्र में मिली। एसपी ने बताया कि आरोपी प्रेमी कम उम्र का नौजवान है, 12 पास है आईटीआई के लिए फॉर्म डाला है।  तीनों ने आरोप स्वीकार कर लिया है। इनको रिमांड पर लेकर पूछताछ की जाएगी।


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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....

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