ग्वालियर, डेस्क रिपोर्ट। विश्व साइकिल दिवस 2022 (World Bicycle Day 2022) के मौके पर आज ग्वालियर (Gwalior News) में युवाओं ने और बुजुर्गों ने साइकिल चलाकर पर्यावरण संरक्षण और फिट इंडिया का संदेश दिया। कार्यक्रम का आयोजन स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कार्पोरेशन ग्वालियर ने किया।
पर्यावरण अनुकूल वातावरण बनाने और यातायात व्यवस्था को बढ़ावा देने के साथ फिट इंडिया का संदेश देने के उद्देश्य को लेकर विश्व साइकिल दिवस के मौके प ग्वालियर स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कार्पोरेशन (Gwalior Smart City Development Corporation) द्वारा शुक्रवार को साइकिल रैली (cycle rally) का आयोजन किया गया। यह साइकिल रैली बीएसएनएल साइकिल डॉक स्टेशन सिटी सेंटर से शुरू होकर वीसी बंगला, गांधी रोड, होटल तानसेन होते हुए वापस बीएसएनएल साइकिल डॉक स्टेशन पर पहुंचकर संपन्न हुई।
साइकिल रैली में IITTM , श्रीराम कॉलेज के शिक्षक, स्टूडेंट्स सहित शहर के विभिन्न स्वयं सेवी संस्थाओं के सदस्य और साइकिल क्लब के सदस्यों के साथ करीब 150 से ज्यादा लोगों ने हिस्सा लिया। खास बात ये है कि साइकिल रैली (bicycle rally) में उम्रदराज लोगों ने बढ़चढ़कर हिस्सा लिया। उन्होंने युवाओं को साइकिल चलाने से होने वाले फायदों के बारे में जानकारी दी।
साइकिल रैली को नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल व स्मार्ट सिटी डवलपमेंट कार्पोरेशन की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। समापन पर अतिथियों ने प्रतिभागियों को प्रमाणपत्र और स्मृति चिन्ह दिए। नगर निगम आयुक्त किशोर कन्याल ने कहा कि नियमित रूप से साइकिल चलाना स्वास्थ्य के लिए तो लाभदायक है ही इसके साथ ही यदि हम अपने छोटे छोटे कार्यों के लिए वाहन को छोड़कर नियमित रूप से साइकिल का उपयोग करते हैं तो यह पर्यावरण के लिए भी लाभदायक है।
ग्वालियर स्मार्ट सिटी कंपनी की सीईओ श्रीमती नीतू माथुर ने कहा कि ग्वालियर स्मार्ट सिटी नागरिकों के साथ मिलकर शहर को साइकल फ़्रेंडली बनाने के लिए प्रतिबद्ध है। शहर में आम लोगो में साइकिल चलाने को लेकर ज्यादा से ज्यादा रुझान बढ़े साथ ही शहर में साइकिल चलाने को लेकर एक अच्छा माहौल और सुविधाओ में इजाफा हो उसके लिये ग्वालियर स्मार्ट सिटी द्वारा हर संभव कोशिश की जायेगी।
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Atul Saxena
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....