हरदा| मध्य प्रदेश के स्थापना दिवस पर प्रदेश भर में जहां भ्रष्टाचार मुक्त विकास शील प्रदेश के लिए संकल्प लिए जा रहे थे, वहीं राज्य के हरदा में खाद्य विभाग के एक बाबू रिश्वत लेते रंगेहाथों धरा गए| लोकायुक्त टीम ने शुक्रवार दोपहर बाबू को अपने ही विभाग के कनिष्ठ अधिकारी से 8 हजार रुपए रिश्वत लेते गिरफ्तार किया है। आरोपी बाबू पर भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत केस दर्ज किया है।
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार दोपहर को लोकायुक्त की टीम ने वेतन व एरियर निकालने एलपीसी जारी करने के एवज में रिश्वत लेते हरदा जिला खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 जितेंद्र कुमार चौधरी को रंगेहाथ गिरफ्तार किया है| झाबुआ के कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी आशीष आजाद ने 30 अक्टूबर को लोकायुक्त भोपाल कार्यालय में शिकायत की थी कि पूर्व में वे हरदा में पदस्थ थे। तब वर्ष 2017 में उन्हें 10 माह का वेतन नहीं मिला था। हरदा जिला खाद्य एवं आपूर्ति कार्यालय में पदस्थ सहायक ग्रेड-3 जितेंद्र कुमार चौधरी ने 10 हजार रुपए रिश्वत ली थी और उनका 9 माह का वेतन निकाल दिया था।
बताया जाता है कि इसके बाद शेष एक माह का वेतन, एरियर और सेवा पुस्तिका के लिए जितेंद्र कुमार चौधरी फिर 8 हजार रुपए की रिश्वत मांग रहा था। जांच में इस शिकायत की पुष्टि होने पर शुक्रवार को बाबू को रिश्वत की राशि देना तय हुई, लोकायुक्त की टीम ने योजना बनाकर अधिकारी को रंगेहाथों गिरफ्तार किया। दोपहर करीब सवा तीन बजे जैसे ही जितेंद्र ने आशीष आजाद से 8 हजार रुपए रिश्वत ली, वैसे ही लोकायुक्त टीम ने उसे गिरफ्तार कर लिया।