इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। दिवाली की मध्यप्रदेश में एक खास परंपरा है। मध्यप्रदेश के इंदौर शहर (Indore) के गौतमपुरा में हर साल हिंगोट का युद्ध (Hingot War) किया जाता है। ऐसे में आज भी ये परंपरा बरकरार है। आज इंदौर के गौतमपुरा में कलंगी और तुर्रा के वीरों का आमना सामना होने वाला है। ऐसे में हिंगोट युद्ध में आग की बारिश होने वाली हैं। हर साल यहां कलंगी और तुर्रा नाम की दो सेनाओं के बीच आमने-सामने का युद्ध होता है।
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ऐसे में दोनों पक्ष के लोग एक दूसरे पर हिंगोट बरसते हैं। ये हिंगोट बारूद से भरे हुए होते हैं। इसको जलाकर दोनों पक्ष एक दूसरे पर बरसते हैं। ऐसे में इसका नजारा देखने लायक होता है। क्योंकि जब हिंगोट की बरसात की जाती है तब ऐसा लगता है कि आग की बारिश हो रही हो।
आज इंदौर के गौतमपुरा में लाखों लोग इस युद्ध को देखने के लिए जाने वाले हैं। इस युद्ध को लेकर लोगों के प्रति काफी ज्यादा उत्साह देखने को मिलता है। इस युद्ध के योद्धा भगवान देवनारायण मंदिर में युद्ध से पहले जाते हैं। यहां पहले आशीर्वाद लेते है उसके बाद ही युद्ध की शुरुआत होती है।
बीते दो साल से ये युद्ध नहीं हो पाया इसलिए इस बार इस युद्ध को लेकर काफी ज्यादा उत्साह नजर आ रहा है। आपको बता दे, हिंगोट बनाने के लिए एक फल में बारूद भरी जाती है। ऐसे में हिंगोट बनाने के लिए बाहरी हिस्सा सख्त और अंदर गुदा भरा जाता है। फल का गुदा निकाल कर उसमें गुदा भर दिया जाता है। उसके बाद तीर की भांति सामने वाले पर ये हिंगोट फेंकी जाती है।