शहर में बढ़ रही लूट की घटनाएं, युवक से मारपीट कर 4 हज़ार लूटे

होशंगाबाद/इटारसी, राहुल अग्रवाल। नगर में लूट की घटनाएं दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। 10 दिन पहले दाल मिल के मैनेजर से लूट का प्रयास किया गया था । पुलिस ने अज्ञात के खिलाफ अपराध दर्ज किया था पर अभी तक अपराधी गिरफ्त से बाहर है । वही आज एक युवक से सुनसान मौके का फायदा उठातें हुए मारपीट कर 4000 रुपये लूट लिए गए। शहर के सूरजगंज पहुंचमार्ग पर डॉ. हेडा क्लीनिक के सामने एक बाइक चालक को रोककर चार आरोपियों ने चाकू मारकर उसके पास रखे हुए साढ़े चार हजार रुपए छीनकर फरार हो गए। यह वारदात सोमवार को शाम सात बजे की बताई जा रही है। शहर में बढ़ रही चाकूबाजी की घटनाओं के साथ अब लूटपाट की वारदात भी शुरू हो चुकी है।

सोमवार को शाम सात बजे रेलवे स्टेशन से सूरजगंज पहुंचमार्ग पर डॉ हेडा क्लीनिक के सामने चार बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम दिया था। बताया जा रहा है कि न्यास कालोनी स्थित झुग्गी झोपड़ी निवासी 21 वर्षीय सुनील पिता कृष्णा नेसले नामक युवक शाम के समय बाजार गया था। वह लगभग सात बजे अपनी बाइक से घर जा रहा था। उसी दौरान टोपा, विशाल और दो अन्य युवकों ने उसे रोका। जब उसने बाइक की स्पीड धीमी की तो आरोपियों ने उसके उपर चाकू से हमला कर दिया। इस हमले में उसके बाएं हाथ और जांघ पर चाकू लगा है। चाकू लगने से जब वह घायल हो गया तो उसके जेब में रखे हुए साढ़े चार हजार रुपए निकालकर बदमाश भाग खड़े हुए। घटना के बाद घायल युवक ने सिटी थाना पहुंचकर शिकायत की, जहां से उसे उपचार के लिए शासकीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। इस मामले में पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ प्रकरण दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है। वहीं शाम के समय हुई लूटपाट की वारदात से शहर में दहशत बढ़ गई है। घायल हुआ युवक शहर के खेड़ा एनएच 69 स्थित राजू ढाबा पर आर्डर मास्टर का काम करता है जो कि देर शाम बाजार से बाइक से अपने घर जा रहा था।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।