किसानो को उनकी आवश्यकता के अनुसार खाद और यूरिया नही मिल रहा है। बोवनी के बाद पानी छोड़ रहे किसानों को अब यूरिया की जरूरत है, लेकिन यूरिया संकट के कारण किसानों का फसल चक्र बिगड़ रहा है। किसानों का कहना है कि सरकार ने जरूरत के मुताबिक पहले से भंडारण नहीं किया, इस वजह से हालात बिगड़े हैं।
रैक कम आने के कारण आ रही है समस्या
एक किसान नवल सिंह द्वारा बताया कि यह अकेले इटारसी की नहीं, बल्कि पूरे जिले में यही हालत है। अधिकारी और नेता दावा करते रहे कि खाद-यूरिया का संकट नहीं होने देंगे, लेकिन अब समितियों से नकद और विपणन केंद्र से बही पर भी यूरिया नहीं मिल रहा है। जिला विपणन केंद्र के अधिकारियों का कहना है कि यूरिया का रैक उड़ीसा से आता है, रैक कम आने के कारण समस्या आ रही है, हालांकि दावा किया जा रहा है कि जल्द ही जिले में यूरिया का पर्याप्त भंडारण और वितरण सुचारू हो जाएगा।
किसान बताते हैं कि यूरिया मिलने की आस में उन्होंने बोवनी कर पानी छोड़ दिया, यदि समय पर यूरिया नहीं मिला तो फसल तैयार होने में समस्या आएगी मध्यप्रदेश राज्य सहकारी विपणन संघ मर्यादित भंडारण केंद्र इटारसी खेड़ा सेंट्रल चार्ज संतोष जोहरी ने बताया कि 5 से 10 दिन में यूरिया की रैक आने की संभावना है।
ऐसे करें शिकायत
डीएपी 150 टन की रेट तक पहुंची हुई है, जिसका वितरण किसानों को किया जा रहा है। बैरखेड़ी के किसान विजेंद्र पाल ने बताया कि वे यूरिया के लिए 6 से 7 दिन से लगातार चक्कर लगा रहे हैं। दोनों स्थानों पर यूरिया उपलब्ध नहीं है, रैक से प्राप्त होने के बाद वितरण किया जाएगा, इसका पर्चा चस्पा किया गया है। प्रदेश के कृषि मंत्री कमल पटेल ने किसानों से अपील की है कि अगर कहीं पर यूरिया डीएपी की कालाबाजारी हो रही है, तो किसान कमल सुविधा केंद्र के दूरभाष नंबर 0755- 2558823 पर शिकायत करें उनकी शिकायत पर तुरंत एक्शन लिया जाएगा।
इटारसी से राहुल अग्रवाल की रिपोर्ट