आजकल बाजार में नकली नोटों की बहार ऐसे आ गई है जैसे की बच्चों का खिलौना है। हालांकि, नकली और असली में फर्क कर पाना थोड़ा मुश्किल होता है और आम आदमी इसे नहीं समझ पाता। यही वजह है कि अपराधियों के हौसले बुलंद होते जा रहे हैं और वह जमकर नकली नोट की तस्करी कर रहे हैं। इसी कड़ी में जबलपुर पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए नकली नोट छापने वाले गिरोह को पकड़ लिया है।
जानकारी के मुताबिक हनुमानताल थाना पुलिस ने चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है और उनके पास से 15 लाख रुपए के नकली नोट बरामद किए हैं। इस ग्रुप के सरगना ऋतुराज विश्वकर्मा को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी। पूछताछ के बाद उसी की निशानदेही पर यह कार्रवाई की गई है।

प्रिंटर से छाप रहे नकली नोट
आरोपी से पूछताछ के दौरान यह सामने आया है कि यह प्रिंटर की मदद से बिल्कुल असली नज़र आने वाले 500 रुपए के नोट छापा करते थे। नकली नोटों का सर्कुलेशन यह 1:3 के अनुपात में कर रहे थे। इसका मतलब है कि एक 500 के असली नोट के बदले यह व्यक्ति को तीन नकली नोट सप्लाई किया करते थे।
हाल ही में की थी बड़ी तस्करी
यह भी सामने आया है कि इस गिरोह ने हाल ही में मंडला के संतोष श्रीवास्तव और अजय कुमार नवेरिया नाम के शख्स को चार लाख रूपए लेकर साढ़े बारह लाख रुपए के नकली नोट दिए थे। मामले में गिरोह के सरगना को गिरफ्तार कर लिया गया था। उसी की बताई गई जगह से मंडला निवासी दोनों आरोपियों सहित कुल 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनके पास से 15 लाख के नकली नोट बरामद किए गए हैं। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है। पुलिस को आशंका है कि नकली नोट की सप्लाई से जुड़े बड़े खुलासे सामने आ सकते हैं।