धान खरीदी पंजीयन शुरु, 136 किसानों ने कराया रजिस्ट्रेशन

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होशंगाबाद, राहुल अग्रवाल। दो दिन पहले ही धान खरीदी पंजीयन का कार्य शुरु हो गया है पर अब तक सिर्फ 136 किसानों ने ही अपने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है। वहीं जिला प्रशासन द्वारा पंजीयन का काम 20 केंद्रों पर किया जा रहा है। वहीं सहायक जिला आपूर्ति नियंत्रक ने बाताया कि रविवार और अवकाश के दिनों को छोड़ के किसानों के पंजीयन का कार्य सुबह साढ़े 10 बजे से शाम साढ़े 5 बजे तक 20 केंद्रो पर किया जा रहा है। इसके साथ ही ऑनलाइन भी किसान अपना पंजीयन करवा सकते है। बीते दो दिन में अब तक 136 किसानों ने धान बेचने के लिए पंजीयन कराया है, वहीं ज्वार और बाजरा में कोई भी पंजीयन जिले में नहीं हुआ है

बता दें कि सेवा सहकारी समिति सोनतलाई, मंडी इटारसी, उपमंडी डोलरिया, सेवा सहकारी समिति गाड़ाघाट, कृषक सेवा सहकारी समिति सांडिया, मंडी पिपरिया, मंडी बनखेड़ी, कृषक सेवा सहकारी समिति माल्हनवाड़ा, सेवा सहकारी समिति चांदौन, सेवा सहकारी समिति डंगरहाई, सेवा सहकारी समिति देहलवाड़ा, सेवा सहकारी समिति ईशरपुर, मंडी बाबई, सेवा सहकारी समिति आंचलखेड़ा, सेवा सहकारी समिति आंखमऊ, मंडी बानापुरा, मंडी साेहागपुर, मंडी सेमरीहरचंद, वृहत्ताकार सेवा सहकारी समिति रानीपिपरिया, मंडी होशंगाबाद में पंजीयन किया जा रहा है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।