कोविड केयर सेंटर में घुसा जहरीला गोहटा तो फैक्टरी में निकला सांप, मची अफरा तफरी

होशंगाबाद/इटारसी,राहुल अग्रवाल। जिले के इटारसी से एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसने कोविड केयर सेंटर में सनसनी फैला दी। हड़कंप उस समय मंच गया जब कोविड केयर सेंटर के एक खाली कमरे में जहरीली प्रजाति का गोहटा (बड़ी छिपकली)घुस आई। स्टाफ की सतर्कता के कारण जल्दी ही इटारसी के सर्पमित्र अभिजीत यादव से संपर्क किया गया, जिसने गोहटा को पकड़ कर सुरक्षित स्थान पर छोड़ दिया गया, जिसके बाद सभी ने राहत की सांस ली।

वहीं दूसरा मामला इंडस्ट्रीज एरिया स्थित सांवरिया मेदा मिल का है जहां धामन प्रजाति का सांप निकला। जैसे ही सांप दिखाई दिया पूरी फैक्टरी में अफरा तफरी मंच गई। फैक्टरी के कर्मचारी राजेश चौरे की सूचना पर सर्प मित्र अभिजीत यादव द्वारा सांप को पकड़कर जंगल में छोड़ आए। वहीं सर्प मित्र ने बताया कि उन्हें सूचना दी गई कि स्टोर रूम में एक सांप दिखाई दिया है। हम ने वहां पहुंच कर उस धामन प्रजाति के सांप जो कि करीब 9 फीट का था, उसे सुरक्षित रेस्क्यू कर लिया है और उसे पुनर्वास के लिए तवा नगर में रिलीज करा जाएगा।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।