ऑनलाइन क्लासेस के नाम पर स्कूल वसूल रहा मोटी रकम, अभिभावकों ने की शिकायत

होशंगबाद/इटारसी,राहुल अग्रवाल। कोरोना के कारण मार्च से बन्द पड़े स्कूलों को आंशिक रूप से खोलने का आदेश तो जारी हुआ पर स्कूल ऑनलाइन कक्षाओं के नाम से हजारों रुपये ले रहे है,जिसकी बहुत सी शिकायतें सामने आ रही है। आज का ताजा मामला सेंट मैरी को एंड स्कूल इटारसी का है, जहां अभिभावकों की शिकायत है कि स्कूल संचालन द्वारा जबरन अवैध ज्यादा ट्यूशन फीस के नाम पर वसूली की जाती है और अभिभावक पर फीस को लेकर दबाव बनाए जाने को लेकर अभिभावकों में आक्रोश है ।

नाराज अभिभावकों ने आज कलेक्टर, लोक शिक्षण नर्मदा पुरम संभाग के संचालक,जिला शिक्षा अधिकारी से स्कूल की शिकायत की है। अभिभावक द्वारा बताया गया है कि हाई कोर्ट का सख्त निर्देश है कि ट्यूशन फीस नहीं देने के अभाव में ना ही स्कूल बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित कर सकते हैं और ना ही एग्जाम में परीक्षा से। वहीं फीस नहीं देने के कारण स्कूल प्रशासन बच्चों को स्कूल से नहीं निकाला सकते हैं परंतु सेंट मैरी को एंड स्कूल इटारसी द्वारा बच्चों को ऑनलाइन क्लास से वंचित किया जा रहा है एवं ऑनलाइन परीक्षा भी नहीं देने दी जा रही है, जिसको लेकर अभिभावकों द्वारा तमाम अधिकारियों से शिकायत की गई। वहीं अभिभावको को अधिकारियों द्वारा सख्त कार्रवाई करने का आश्वासन दिया गया है।


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Gaurav Sharma

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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।