राहुल अग्रवाल, इटारसी। 2013 के विधानसभा के चुनाव (Assembly Elections) में भाजपा (BJP) ने पूर्ण बहुमत से सरकार बनाई थी और सरकार का सबसे गौरवशाली पद विधानसभा के अध्यक्ष का पद होशंगाबाद के हिस्से में आया था।
दरअसल, यहाँ से होशंगाबाद-इटारसी विधानसभा क्षेत्र (Hoshangabad-Itarsi Assembly Constituency) का प्रतिनिधित्व करने बाले वरिष्ठ भाजपा विधायक (BJP MLA) और राजनीतिक के चाणक्य कहे जाने बाले डॉ सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma) को विधानसभा अध्यक्ष (MP Assembly Speaker) का गरिमामय पद मिला था। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने उनपर भरोसा किया ओर उन्होंने उस भरोसे को कायम रखा 5 साल निर्विवाद ओर निष्पक्ष विधानसभा सत्र (MP Assembly Session)का संचालन किया।
यही नही उनकी राजनीतिक समझ के सभी कायल हो गए चाहे पक्ष हो या विपक्ष उनकी बात कभी किसी ने नही टाली यही कारण है कि ये 5 साल सबसे सफल विधानसभा का सत्र चला। यही कारण है कि विधानसभा अध्यक्ष के उम्मीदवारों में उनका नाम सबसे ऊपर लिया जा रहा है। ओर होशंगाबाद जिला (Hoshangabad District)भी आश्वस्त है। कि इस बार भी विधानसभा अध्यक्ष का पद होशंगाबाद के हिस्से में ही आएगा लेकिन 2018 में हुए चुनावो में स्थिति उल्टी हो गई। काँग्रेस (Congress) ने सत्ता में वापसी की पर ज्यादा दिन सरकार नही चल पाई और गिर गई ।
MP उपचुनाव (MP Byelection) के बाद शिवराज सरकार (Shivraj Government) ने सत्ता में पुनः वापसी कर सबको चौका दिया अब देखना यह है कि आनी वाली 29 दिसम्बर (December) को विधानसभा सत्र में अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष का निर्वाचन होना है। और दोनों ही पड़ भाजपा अपने पास रखने के मूड में है। मप्र में उपचुनावों के माध्यम से पुन: सत्ता में मजबूत पकड़ बना चुकी भारतीय जनता पार्टी की सरकार मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के नेतृत्व में भरोसा करते हुए आगे बढ़ रही है।
इतना ही नही शिवराज सिंह चौहान का भी होशंगाबाद जिले से खासा लगाव रहा है। उनके बचपन का बड़ा हिस्सा यहां आते-जाते बीता है। वे इस पावन धरा को अपनी सरकार में प्रतिनिधित्व देने में संकोच नहीं करेंगे और वरिष्ठता के आधार पर संभाग मुख्यालय का राजनीतिक प्रतिनिधित्व करने वाले डॉ.सीतासरन शर्मा को अपनी सरकार में प्रतिष्ठित पद देंगे, ऐसी उम्मीदें फिर से लगायी जाने लगी हैं। यह भी विश्वास चल पड़ा है कि एक बार किसी कारणवश सत्ता खोकर वापस पाने वाले शिवराज अपने कार्यकर्ताओं की भावना का सम्मान अवश्य करेंगे।
राजनीति का लंबा अनुभव रहा है डॉ शर्मा का
डॉ. सीतासरन शर्मा (Dr. Sitasaran Sharma) मध्यप्रदेश विधानसभा के 2014 से 2018 तक अध्यक्ष रहे हैं। एमबीबीएस होने के साथ वे LLB गोल्ड मेडलिस्ट (Gold Medalist) भी हैं। वर्तमान में होशंगाबाद-इटारसी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं । डॉ शर्मा 2018 विधानसभा निर्वाचन में भाजपा के पूर्व वरिष्ठ नेता रहे कांग्रेस प्रत्याशी सरताज सिंह (Sartaj Singh) को भारी मतों से हराकर पांचवीं बार विधायक निर्वाचित हुए। वे सन् 1977 से जनता पार्टी तत्पश्चात् भारतीय जनता पार्टी से जुड़े। सन् 1990 में नौवीं एवं सन् 1993 में दसवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। सन् 1990-91 में प्रत्यायुक्त विधान समिति के सभापति एवं 1991-92, 1994-86 तथा 1996-98 में क्रमश: विशेषाधिकार, पुस्तकालय एवं सार्वजनिक उपक्रम समिति के सदस्य रहे। सन् 1998 में ग्यारहवीं विधान सभा के सदस्य निर्वाचित हुए। सन् 2013 में चौथी बार एवं सन् 2018 में पांचवीं बार विधान सभा सदस्य निर्वाचित हुए। जाहिर है, इतना लंबा अनुभव होने का लाभ प्रदेश को निश्चित मिलेगा। इसलिए उनके समर्थक कार्यकर्ताओं भरोसा है कि उनको प्रदेश की भाजपा सरकार में सम्मानजनक स्थान मिलने वाला है।