इटारसी, राहुल अग्रवाल। भ्रष्टाचार और रिश्वतखोरी चरम पर है और इससे मंत्री भी नहीं बच पा रहे। ताजा मामला बुधवार का है जहाँ वन मंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता कुँवर विजय शाह के घर का फर्नीचर लेकर जा रहे वाहन को रोककर अवैध वसूली का प्रयास किया गया। मामले में मंत्री ने संज्ञान लेते हुए जांच दल रवाना किया गया है।
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंगलवार शाम को वनमंत्री विजय शाह के घर का फर्नीचर सुखतवा से भोपाल जा रहा था। इसी दौरान बागदेव बैरियर पर प्रदीप रावत नामक वनरक्षक ने गाड़ी रोक कर चेक किया और ड्राइवर से गाड़ी ले जाने के लिए 100 रुपये मांगे। जब वाहन चालक ने परिचय दिया और बताया कि यह फर्नीचर मंत्री जी का है तब वनकर्मी आगबबूला हो गया और बोला कि किसी का भी हो, पैसे तो देने पड़ेंगे। ड्राइवर का कहना है कि पैसे नहीं देने पर उसके साथ गाली गलौच भी की गई। इस फर्नीचर का बिल भी वन मंत्री जी नाम का ही था, फिर भी पैसे की मांग की गई। सूत्रों का कहना है कि यह सब डिप्टी रेंजर के सरंक्षण में जारी है जिससे मंत्री भी नही बच पा रहे। बताया जा रहा है कि घटना की जानकारी मिलने पर वनमंत्री ने अपने बंगले पर बुला कर वनरक्षक को फटकार लगाई। अब इस मामले में डीएफओ द्वारा भी कार्रवाई की जा सकती है।