Ujjain News : उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर में इन दिनों सबसे ज्यादा वक्त दर्शन के लिए आ रहे हैं। पर्यटकों की पहली पसंद मध्यप्रदेश बना हुआ है। ऐसे में श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मंगलवार के दिन कलेक्टर कुमार पुरुषोत्तम ने जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई।
जिसमें उन्होंने तत्काल प्रभाव से चार धाम मंदिर और छोटे रुद्रसागर तरफ से आ रहे बड़े वाहनों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाने के लिए निर्देश दिए। इतना ही नहीं उज्जैन में बढ़ती भक्तों की संख्या को देखते हुए बढ़ रही ई-रिक्शा की संख्या पर भी आपत्ति जताई है। दरअसल, जब से महाकाल लोग का निर्माण हुआ है तब से उज्जैन में पर्यटक ओं की संख्या तेजी से बढ़ी है।
Ujjain News : नंबर सिस्टम लागू होगा?
इस वजह से वाहनों की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी होती जा रही है। इसी को देखते हुए बैठक में कलेक्टर द्वारा कहा गया है कि मंदिर से करीब 500 से 700 मीटर के दायरे में नो व्हीकल जोन बनाया जाए। साथ ही ई रिक्शा के पंजीयन पर भी रोक लगाई जाए। अभी तक जो ई-रिक्शा मौजूद है उसके लिए नंबर सिस्टम लागू किया जाना चाहिए।
इसके लिए कलेक्टर ने कहा है कि जल्द ही ई रिक्शा चालकों का डेटाबेस तैयार कर कर भेजा जाए ताकि नंबर सिस्टम लागू कर वाहनों की संख्या कम की जा सके। इसके अलावा भक्तों को किसी भी तरह की कोई परेशानियों का सामना ना करना पड़े और उन्हें कोई असुविधा ना हो इसको देखते हुए वैकल्पिक व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए हैं।
दरअसल, उज्जैन शहर में अभी 3000 से ज्यादा ई रिक्शा चलाई जा रही है जो बहुत बड़ी संख्या है। इतना ही नहीं यह ई रिक्शा चालक भक्तों से मनमाना किराया वसूल लेते हैं और भक्तों को देना भी पड़ता है। अब ऐसा आगे ना हो इसके लिए परिवहन अधिकारी अभियान चलाकर एक किराया सूची तैयार करेगा। जिसके तहत ई-रिक्शा संचालक ज्यादा किराया नहीं वसूल पाएंगे।
जैसा कि आप सभी जानते हैं इन दिनों सबसे ज्यादा भक्त चार धाम की यात्रा पर जाते हैं। ऐसे में उज्जैन के महाकालेश्वर मंदिर के दर्शन करना सबसे ज्यादा जरूरी माना जाता है। वरना यात्रा अधूरी रह जाती है। इस वजह से उज्जैन में काफी ज्यादा भक्तों की भीड़ देखने को मिलती है।