Tue, Dec 30, 2025

इंदौर एयरपोर्ट पर हंगामा, केरल के निगम कमिश्नर का शव ले जाने से एयर लाइंस ने किया इंकार

Written by:Ayushi Jain
Published:
इंदौर एयरपोर्ट पर हंगामा, केरल के निगम कमिश्नर का शव ले जाने से एयर लाइंस ने किया इंकार

Indore Airport : मध्य प्रदेश की स्मार्ट सिटी इंदौर का दौरा करने के लिए आए केरल के निगम कमिश्नर का कल निधन हो गया। वह केरल के कोच्चि से 35 अधिकारीयों के साथ इंदौर आए थे। लेकिन उनकी मौत हो गई जिसके बाद उनका पोस्टमार्टम करवाया गया। ऐसे में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्य कैसे हुई इसकी जानकारी नहीं दी गई न ही कोई स्पष्ट कारण लिखा गया। जिसकी वजह से इंदौर से कोच्चि शव को वापस ले जाने में काफी परेशानी हुई।

दरअसल, इंदौर एयरपोर्ट पर इस मामले को लेकर हंगामा भी हुआ। शव को ले जाने के लिए एयर लाइंस ने इंकार कर दिया। क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कारण नहीं दिया गया था। एयर लाइंस द्वारा रोके जाने पर वहां मौजूद लोगों ने हंगामा किया। जिसके बाद एक बार फिर पोस्टमार्टम रिपोर्ट को अपडेट करवाया गया। रिपोर्ट अपडेट होने के बाद ही शव ले जाने की अनुमति दी गई।

यहां जानें पूरा मामला

जानकारी के मुताबिक, केरल के निगम कमिश्नर संजीत कुमार 35 अधिकारियों के साथ इंदौर स्मार्ट सिटी का दौरा करने के लिए आए थे। इस दौरान वह शहर के प्राइड होटल में रुके हुए थे। लेकिन उनकी मौत हो गई। इसका खुलासा तब हुआ जब उन्होंने अपने रूम का करवाजा नहीं खोला और रूम में जाकर देखा गया तो वह बेहोश थे। जिसके बाद तुरंत उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां मुझे मृत घोषित कर दिया गया।

उनकी मृत्यु के बाद शव का पोस्टमार्टम करवाया गया। जिसकी रिपोर्ट भी आ गई लेकिन रिपोर्ट पर कारण स्पष्ट नहीं था जिसकी वजह से एयरपोर्ट पर शव को रोक दिया गया और एयरलाइन्स भी भी शव को ले जाने से इंकार कर दिया। जिसके बाद परिजनों और अधिकारीयों ने जमकर हंगामा किया। दरअसल, एयरपोर्ट से विमान के द्वारा जब किसी भी शब्द को ले जाया जाता है तो उसकी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कारण स्पर्श होना सबसे ज्यादा जरूरी होता है।

लेकिन संजीत कुमार केशव की पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मृत्यु का कारण स्पष्ट नहीं था जिस वजह से एयरलाइंस के अधिकारियों ने शव को ले जाने से इनकार कर दिया था। अधिकारियों ने कहा है कि बिना कारण के शव को कार्गो से नहीं ले जाया जा सकता है। एयरपोर्ट अधिकारियों ने सभी को समझाइश दी तब अधिकारीयों ने रिपोर्ट को एमवाय अस्पताल में भेजा और उसे अपडेट करवाया। जिसके बाद शव को ले जाने के लिए अनुमति दी गई।