Indore News : मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में आए दिन किसी ना किसी घोटाले की खबर सामने आती रहती है। हाल ही में कलेक्टर ऑफिस से एक बड़े घोटाले की खबर सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि लेखा शाखा के अकाउंटेंट बाबू ने करीब एक करोड़ की सरकारी राशि में घपला किया है। बड़ी बात ये है कि ये राशि उन्होंने अपनी ही पत्नी के खाते में ट्रांसफर करवाई।
दरअसल, बीते तीन साल से वह ये घपला करते आ रहे हैं लेकिन इसकी भनक तक किसी को नहीं पड़ी। ये राशि किसानों की राहत राशि है जो उन्हें अकाउंट में भेजी जाती थी। अब तक सरकार इस विश्वास में थी कि ये राहत राशि किसानों के खातों में जमा की जा रही हैं। दरअसल, जो ट्रांजैक्शन फेल हो जाते थे, उसके पैसे बाबू मिलाप चौहान कुछ दिनों के बाद अपनी पत्नी के नाम से अपने बैंक अकाउंट में ट्रांसफर करवा देते थे।
Indore : 3 साल में करोड़ों रूपये ट्रांसफर
ऐसे में साल 2018 से अब तक उन्होंने 1 करोड़ रूपये सरकारी धन अपने अकाउंट में ट्रांसफर कर लिए। जब इसकी भनक भोपाल मुख्यालय को लगी तो उन्होंने जांच शुरू की। उसके बाद भोपाल मुख्यालय द्वारा इस ऑनलाइन हेराफेरी को पकड़ा गया। ऐसे में सभी अधिकारी सकते में आ गए। क्योंकि इस बात की खबर किसी को भी नहीं लगी थी। हालांकि कलेक्टर इलैया राजा टी ने बाबू मिलाप चौहान को सस्पेंड कर दिया है।
साथ ही जांच के आदेश भी दिए हैं।वहीं बिलों के लेनदेन की जांच भी की जा रही है। इस मामले को लेकर कई तरह के सवाल भी उठाए जा रहे हैं, क्योंकि बीते 3 साल से यह सब हो रहा है और इसकी खबर अब तक किसी को भी नहीं लगी। जानकारी के मुताबिक बाबू मिलाप चौहान अपनी एक निजी कंपनी और पत्नी के नाम के खाते में यह राशि डलवाते आ रहे थे।
इस मामले को लेकर कलेक्टर द्वारा बताया गया है कि कोरोना के वक्त ये गड़बड़ी शुरू हुई थी ये किसी के पकड़ में नहीं आ पाई। लेकिन जब निरिक्षण किया गया तो बाबू पर शक हुआ। जिसके बाद जांच की गई तो ये खबर पड़ी की बाबू ने खुद के खातों में राशि डलवा दी है। अब तक एक करोड़ की राशि का गबन हुआ है। जांच में सही राशि का पता चल पाएगा। इस मामले के लिए एक जांच समिति गठित किया गया है। जल्द ही दोषी के खिलाफ पुलिस कार्रवाई की जाएगी।