Indore News : मध्य प्रदेश के आर्थिक राजधानी इंदौर शहर की बंद कपड़ा मिलो के सार्वजनिक गणेश उत्सव समितियां को इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा हर साल सहायता राशि प्रदान की जाती है। इस साल भी बंद कपड़ा मिलो की झांकियां को आईडीए द्वारा 3 लाख रुपए की आर्थिक मदद दी गई है। इस आर्थिक मदद से झांकियां बनाने के साथ ही परंपरा को जीवित रखने में मदद मिलती है।
5 मिलों को दी गई सहायता राशि
बता दे, इस साल करीब पांच कपड़ा मिलो को सहायता राशि प्रदान की गई है। इन मिलो कल्याण मिल, राजकुमार मिल, हुकुमचंद मिल, स्वदेशी मिल और मालवा मिल शामिल है। इन मिलो को जो सहायता राशि प्रदान की गई है वह सार्वजनिक गणेश उत्सव समिति के पदाधिकारी को दी गई है।
सहायता राशि देने का उद्देश्य परंपरा को जीवित रखना
इसके पीछे के उद्देश्य की बात करें तो अध्यक्ष जयपाल सिंह चावड़ा द्वारा बताया गया है की परंपरा को जीवित रखने के लिए हर साल राशि दी जाती है, ताकि सालों से चली आ रही सांस्कृतिक परंपरा लगातार चलती रहे और आगामी पीढ़ी भी इसका आनंद उठा सके इतना ही नहीं वह परंपरा के बारे में भी अच्छे से जान सके।
उन्होंने यह भी कहा है कि आने वाले समय में यह राशि बढ़ाकर दी जा सकती है। इसके अलावा झांकी समिति के पदाधिकारी द्वारा अपने अनुभव भी सजा किए गए सभी का कहना है कि इंदौर विकास प्राधिकरण द्वारा मिलने वाली सहयोग राशि से हर साल गणेश उत्सव का कार्यक्रम आयोजित किया जाता है। वहीं झांकियां बनाई जाती है। मिलने वाली राशि से हमारी बहुत मदद होती है।
अखाड़े के प्रतिनिधियों ने भी ज्ञापन सौंप की ये मांग
इस दौरान अखाड़े के प्रतिनिधियों द्वारा भी ज्ञापन सौंपा गया और आर्थिक मदद की मांग की गई। अखाड़े प्रतिनिधियों द्वारा अखाड़े की पुरातन काल और शास्त्र कला को जीवित रखने के लिए यह मांग की गई। ऐसे में इंदौर प्राधिकरण के अध्यक्ष द्वारा कहा गया कि आपकी मांग जायज है, अगले साल से इसके लिए आर्थिक मदद देने पर विचार विमर्श किया जाएगा। वहीं उचित निर्णय लिया जाएगा।