इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर (Indore) के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय (Davv) में पढ़ने वाले मेधावी विद्यार्थियों को सालभर से स्कॉलरशिपनहीं मिल पाई है। लेकिन इस विश्वविद्यालय के 50 प्रतिशत ऐसे मेधावी छात्र है जो छात्रवृत्ति के लिए पात्र है। लेकिन इस बार उन्हें सत्र 2021-22 की छात्रवृत्ति नहीं मिली है। वहीं कॉलेज वाले विद्यार्थियों से जल्द से जल्द फीस जमा करने की बात कर रहे हैं।
ऐसे में अब छात्र और अभिभावकों के सामने परेशानियां खड़ी हो गई है क्योंकि छात्रों की फीस इस विश्वविद्यालय में एकमुश्त भरना पड़ती है। बड़ी बात ये है कि इस बार छात्रों को दो सेमेस्टर की फीस एक साथ देनी है। लेकिन छात्रवृत्ति नहीं मिल पाने की वजह से अब अभिभावकों को एक साथ फीस अपनी जेब से भरना पड़ेगी।
एशिया पैसिफिक में 36 वां स्थान पर Indore Airport, इस आधार पर मिला जगह
जानकारी के मुताबिक, जिन छात्र छात्राओं को एमपी बोर्ड में 70 और सीबीएसई में 85 प्रतिशत नंबर प्राप्त हुए है उनके लिए सरकार ने मेधावी छात्रवृत्ति योजना लागू कर रखी है। इसके लिए इस बार 600 छात्र-छात्राओं ने आवेदन किया था लेकिन सिर्फ 345 को ही छात्रवृत्ति की राशि मिली। बचे हुए विद्यार्थियों को अभी भी छात्रवृत्ति आने का इंतजार है लेकिन आ नहीं रही है।
ऐसे में कॉलेज फीस की मांग कर रहा है तो अब जेब से फीस भरना पड़ेगी। कुछ को आर्थिक स्थिति से गुजरना पड़ेगा तो कुछ फीस भरने में भी सोच रहे हैं। छात्रवृत्ति का काम देखने वाले डा. रवींद्र यादव ने बताया कि सरकार की तरफ अभी कुछ छात्रों की राशि आना बाकि है। विश्वविद्यालय ने इसके लिए पत्राचार भी किया है। लेकिन कोई भी जवाब अब तक नहीं मिल पाया है। ऐसे में छात्र अभी तक इंतजार कर रहे हैं। जिन विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति नहीं मिली है। उनके दस्तावेज शासन को भेजेंगे।