सांसद शंकर लालवानी का दिखा अनोखा अंदाज, कार फंसी जाम में तो स्कूटी से पहुंचे कार्यक्रम स्थल

Gaurav Sharma
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इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। इंदौर से सांसद शंकर लालवानी (Indore MP Shankar Lalwani) का मंगलवार को एक अलग ही चेहरा नजर आया है, जो सबके बीच चर्चा का विषय बना हुआ है। सभी सांसदों में सबसे सक्रिय रहने पर शंकर लालवानी (Shankar lalwani) को ख़िताब (Award) भी मिला है। देश के सबसे सक्रिय सांसद को आज लोकल फॉर वोकल (Local for Vocal) के कार्यक्रम में रजवाड़ा पहुंचना था, लेकिन बीच रास्ते में उनकी गाड़ी ट्रैफिक जाम में फंस (Stuck in traffic jam) गई। जब सांसद ने देखा कि जाम साफ होने में और वक्त लगेगा तो उन्होंने बिना देरी किए एक स्कूटी चालक (Scooty driver) से लिफ्ट मांगनी और वह कार्यक्रम में शामिल होने स्कूटी चालक के साथ कार्यक्रम स्थल पर के लिए निकल गए।

दरअसल मंगलवार को इंदौर के रजवाड़ा (Rajwada of Indore)  में लोकल फॉर वोकल कार्यक्रम (Local for Vocal) का आयोजन किया गया था, इसी में हिस्सा लेने के लिए सांसद शंकर लालवानी रजवाड़ा के लिए अपनी कार से निकले थे, लेकिन इसी दौरान लंबा जाम लगने के कारण उनकी कार फंस गई। जब शंकर लालवानी ने देखा कि वह कार्यक्रम के लिए लेट हो रहे हैं तो उन्होंने स्कूटी चालक से लिफ्ट मांगी, जिस पर स्कूटी चालक ने सांसद से गाड़ी चलाने को कहा जिसके बाद वे रजवाड़ा स्थित कार्यक्रम में समय पर पहुंचे।

सांसद शंकर लालवानी का दिखा अनोखा अंदाज, कार फंसी जाम में तो स्कूटी से पहुंचे कार्यक्रम स्थल

गौरतलब है कि इंदौर के रजवाड़ा में अक्सर भीड़ बनी रहती है। इस दौरान सांसद को स्कूटी से आता देख आयोजक भी खुश नजर आए। साथ ही यह वाक्या लोगों के बीच चर्चा का विषय बन गया। वहीं सांसद शंकर लालवानी ने स्कूटी चालक को भी धन्यवाद दिया। ज्ञात हो तो मध्यप्रदेश के मिनी मुंबई कहे जाने वाले इंदौर में ट्रैफिक सुधार के लिए अभियान चालया जा रहा है, जिसके तहत लोगों को सड़क हादसों से बचाने के लिए जागरूक किया जा रहा है , साथ ही हेलमेट पहन के ही वाहन चलाने की हिदायत दी जा रही है। जो वाहन चालक बिना हेलमेट के गाड़ी चलाते हुए पाए जा रहे है उनके खिलाफ चालानी कार्रवाई भी की जा रही है। बता दें कि इंदौर पुलिस ने चालानी कार्रवाई करते हुए 2 लाख से ज्यादा रुपयों बीते 3 दिनों में वसूले है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

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