Indore News : देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर को लगातार नए-नए प्रयास कर सुविधाओं को बेहतर बनाने की कोशिश की जा रही है। लेकिन इसी बीच एक जानकारी सामने आई है जिसमें बताया जा रहा है कि कर्मचारियों की कमी होने की वजह से शहर के फायर ब्रिगेड स्टेशन खाली पड़े हैं। इंदौर के पांच फायर स्टेशनों में करीब 60 से ज्यादा कर्मचारियों की जरुरत हैं। जिसमें 12 ड्राइवर और 48 फायरमैन शामिल हैं। जल्द ही इन रिक्त पदों को भरने के लिए भर्ती निकाली जाएगी।
Indore में खराब पड़ा लाखों का हाइड्रोलिक फायर फाइटर
बड़ी बात ये है कि इंदौर में फायर समस्याओं से निपटने के लिए फायर ब्रिगेड की टीम होना सबसे जरुरी है। लेकिन कर्मचारियों की कमी की वजह से घटना स्थल पर टीम तो मौके पर पहुंच जाती है लेकिन जल्द काम पूरा नहीं किया जाता है। आपको बता दे, इंदौर में सबसे पहला फायर स्टेशन मोती तबेला में 1905 में स्थापित किया गया था। शहर में लगातार विकास हो रहे हैं साथ ही आबादी भी तेजी से बढ़ रही हैं। लेकिन फायर ब्रिगेड का विकास थम गया। शहर में मौजूद 5 स्टेशनों में फायर कंट्रोल रूम भी शामिल है। लेकिन ये सब सिर्फ आपदा से निपटने के लिए एक रूम की तरह ही बना हुआ पड़ा है।
यहां कि लाखों की गाड़ियां ख़राब पड़ी हैं। हाइड्रोलिक फायर फाइटर गाड़ी खरीदी गई थी वो भी खराब हो चुकी हैं। इस गाड़ी की मदद से 15 मंजिल तक ऊंची इमारतों से आग बुझाने में मदद मिलती है। लेकिन इंदौर में इसका कोई फायदा नहीं मिलता। इसको सुधरवाने में अब करीब 32 लाख तक का खर्च आ सकता हैं। इसका बजट बना कर निगम में भेजा जा चूका है लेकिन कोई सुध नहीं ले रहा। अभी 5 जगहों में हर अमले के पास सिर्फ 2 ही वाहन फायर ब्रिगेड के मौजूद हैं। आने वाले समय को देखते हुए इंदौर में अभी 9 या 10 फायर स्टेशन की आवश्यकता है। लेकिन इस मामले में कोई सुध नहीं ले रहा है।