Indore News : मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर शहर के किसी भी थानों में पुलिस टीआई की नियुक्ति नहीं की गई जबकि नौकरियों में 35 प्रतिशत पदों पर महिलाओं की भर्ती की घोषणा खुद शिवराज सिंह चौहान द्वारा की गई थी। लेकिन इस घोषणा के बाद भी इंदौर शहर में मौजूद 33 पुलिस थानों में से एक भी थाने में महिला टीआई नहीं है।
इसी को देखते हुए मध्यप्रदेश कांग्रेस अनुसूचित जाति विभाग के पूर्व प्रदेश संयोजक और शहर कांग्रेस के पूर्व स्थायीमंत्री प्रकाश महावर कोली के साथ शहर कांग्रेस के मंडलम अध्यक्ष जीतू सिंदेल इंदौर में करीब 8 से ज्यादा थानों में महिला पुलिस टीआई की नियुक्ति की मांग की है। इतना ही नहीं इस मामले को लेकर सवाल भी उठाएं हैं।
मुख्यमंत्री की घोषणाओं पर उठे सवाल
उनका कहना है कि मुख्यमंत्री आगामी विधानसभा चुनावों को लेकर प्रदेश की लाड़ली बहानों एवं लाड़ली लक्ष्मी बहनों को लुभाने के लिए घोषणाएं तो कर रहे हैं लेकिन उनकी करनी और कथनी में कितना अंतर है इस बात का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि इंदौर शहर में 33 पुलिस थाने होने के बावजूद एक भी थाने में महिला टीआई की नियुक्ति नहीं की है।
इतना ही नहीं सीएम शिवराज सिंह ने खुद भोपाल के जम्बूरी मैदान में लाड़ली बहना सम्मेलन में कई घोषणा करते हुए कहा था ‘पुलिस और बाकी जितनी भी नौकरियां हैं, उनमें 35% भर्तियां आगे से बेटियों की होंगी। कई पद ऐसे होते हैं, जिनमें सरकार नियुक्ति करती है। अब सरकार ऐसे नॉमिनेटेड पोस्ट पर 35% महिलाओं की नियुक्ति करेगी, लेकिन ऐसा नहीं किया गया।
सीएम ने ये भी कहा था कि मध्यप्रदेश के हर थाने में महिला डेस्क के साथ पर्याप्त मात्रा में बेटियों को पुलिस के रूप में रखेंगे। लेकिन इंदौर में लगातार अपराध और ठगी के साथ महिलाओं पर होने वाले अत्याचार के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं उसके बाद भी थानों में महिला थाना प्रभारियों की नियुक्ति नहीं की जा रही है। ये मुख्यमंत्री की कथनी और करनी को उजागर करता है।
पुलिस कमिश्नर से महिला थाना प्रभारियों की नियुक्ति की मांग
इसी को देखते हुए महावर और सिंदेल ने पुलिस कमिश्नर मंकरद देवस्कर से मांग की है कि इंदौर में लगातार बढ़ रहे महिला अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए 33 में से कम से कम 8 थानों पर महिला थाना प्रभारियों की नियुक्ति जल्द की जाएं।
इंदौर से मंगल राजपूत की रिपोर्ट