मध्यस्थता करवाने की पहल, अब न्यायालय के बाहर होगी मुकदमों पर सुलह की कोशिशें

Indore News : लोगों के हित के लिए एक नई पहल की जा रही है। इस पहल से लोगों को लंबी कानूनी लड़ाई नहीं लड़ना पड़ेगी। अब इस कोलाहल भरे माहोल में न्याय की किरण पीड़ित तक आसानी से पहुंचेगी।

Indore News : मध्यप्रदेश के इंदौर शहर में अभी मध्यस्थता केंद्र का माहौल काफी ज्यादा प्रभवितशील रहेंगे। इस वजह से लोगों को भी काफी ज्यादा दिक्कतों का सामना करना पड़ेगा। इसी को देखते हुए लोगों के हित के लिए एक नई पहल की जा रही है। इस पहल से लोगों को लंबी कानूनी लड़ाई नहीं लड़ना पड़ेगी। अब इस कोलाहल भरे माहोल में न्याय की किरण पीड़ित तक आसानी से पहुंचेगी।

यह पुरातन संस्कृति की पंच परमेश्वर वाली विद्या है जो आपस में एक दूसरे को जोड़ती है और विवादों को दूर करती है मध्यस्थता की सराहनीय पहल है। इसकी जानकारी उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव ने दी है। उन्होंने बताया है कि न्यायालय में कानूनी उलझनों के चलते प्रकरणों के निराकरण में सालों लग जाते हैं।

अब इंदौर में सर्व समाज के बीच मध्यस्थता करने की अनोखी पहल यादव समाज द्वारा शुरू की जा रही है। ऐसे में कानूनी प्रकरणों में आपसी सहमति से निराकरण किया जाएगा। मध्य प्रदेश राज्य विधिक सहायता प्राधिकरण के निर्देशानुसार मध्यस्थता केंद्र की शुरुआत यादव समाज ने की है। बाणगंगा क्षेत्र के महाराणा प्रताप नगर में नगर निगम सभागृह में सर्व समाज के लिए मध्यस्थता केंद्र का शुभारंभ किया गया।

इसकी जानकारी इंदौर में आयोजित एक कार्यक्रम में दी गई है। उस कार्यक्रम में बड़ी संख्या में प्रतिनिधि उपस्थित थे। कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री मोहन यादव थे, सांसद शंकर लालवानी, रिटायर्ड आईजी अशोक यादव, पूर्व कुलपति डॉ नरेंद्र धाकड़, डॉ रमेश मंगल, उस्ताद रमेश यादव, निंबू पहलवान, डॉ रमन यादव, आरसी यादव, शहर काजी डॉक्टर इशरत अली, प्रवीण नेखरा, फादर बिशप एन्टोनी, सेवानिवृत्ति न्यायाधीश एवं मध्यस्था मास्टर ट्रेनर (कोऑर्डिनेटर ) मोहम्मद शमीम आदि मौजूद रहे।

इंदौर से मंगल राजपूत की रिपोर्ट