इंदौर, आकाश धोलपुरे। देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर में सोशल पुलिसिंग के एक सिपाही के अचानक दुनिया को अलविदा कहने पर मातम का माहौल है। दरअसल, आम नागरिकों के बीच से निकलकर पुलिस और सीनियर सिटीजन्स की मदद करने वाले संतोष यादव का बुधवार को अचानक निधन हो गया। जिसके बाद पूरे पुलिस महकमे में गम का माहौल है।
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सामुदायिक पुलिसिंग के सिपाही संतोष यादव बीते 25 सालों से पुलिसिंग के कार्य मे सेवा दे रहे थे। एक छोटा सा घर और बिना किसी लालच और इच्छा के सेवा कार्य मे हमेशा तत्तपर रहने वाले संतोष यादव को इंदौर पुलिस व डीआईजी कार्यालय में श्रद्धांजलि दी। पुलिस पंचायत के सदस्य के अचानक चले जाने से पुलिस परिवार बेहद आहत है। एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे की पहल पर सच्चाई और ईमानदारी के सेवक को श्रद्धा सुमन अर्पित किए गए। इस दौरान डीआईजी मनीष कपूरिया ने भी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए एक बड़ी घोषणा की है। जिसके तहत अब हर वर्ष इंदौर में सामुदायिक पुलिसिंग को बढ़ावा देने के तीन पुरस्कार आम नागरिकों को दिए जाएंगे। इसमें सीनियर सिटीजन सेवा पुरस्कार संतोष यादव के नाम पर दिया जाएगा। वहीं अमरजीत सिंह सूदन मानव सेवा पुरस्कार और निर्मला पाठक ट्रैफिक पुलिस अवार्ड उन आम नागरिकों को दिया जाएगा जो इन क्षेत्रों में पुलिस का सहयोग कर शहर की सुरक्षा और विकास में अपना योगदान दे रहे हैं।
इन अवार्डों में नगद राशि के साथ ही प्रशस्ति पत्र भी दिया जाएगा वही एक ज्यूरी भी सालभर सामुदायिक पुलिसिंग का कार्य करने वाले नागरिकों पर नजर रखेगी ताकि मानव सेवा से जुड़े मेहनती और ईमानदार लोगों का सम्मान हो सके। वहीं दिवंगत आत्माओं के लिहाज से इंदौर पुलिस की ओर से ये सच्ची श्रद्धांजलि भी होगी। एडिशनल एसपी प्रशांत चौबे के मुताबिक दिवंगत संतोष यादव समाज और पुलिस के एक सच्चे सिपाही हैं। वही अब उनकी व उनके जैसे ही सम्मानित सदस्यों की याद में डीआईजी मनीष कपूरिया द्वारा अलग-अलग कैटेगरी में अवार्ड घोषित किये हैं।
मानव सेवा और सत्य के लिए सड़कों पर ड्यूटी देने वाली पुलिस के कई सिपाही संतोष यादव, अमरजीत सूदन और निर्मला पाठक जैसे होते है जो मैदान में उतरकर खुलकर पुलिस और समाज की सेवा करते है ताकि शहर और राष्ट्र सुरक्षित रह सके।