सेंट्रल इंडिया का पहला वर्चुअल पार्क बनने की तैयारी में इंदौर का चिड़ियाघर, 4D थिएटर का अनुभव करेंगे अब दर्शक

इंदौर का चिड़ियाघर अब एक नया कीर्तिमान रचने जा रहा है। नेचर लवर्स के लिए अब एक बड़ी पहल करते हुए इंदौर नगर निगम ने परिषद सम्मेलन में चिड़ियाघर में 4डी थिएटर व वर्चुअल जंगल सफारी शुरू करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। आपको बता दें अगर ऐसा होता है तो यह सेंट्रल इंडिया का पहला और एकमात्र वर्चुअल पार्क बन जाएगा।

Rishabh Namdev
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Indore Zoo: इंदौर आए दिन कुछ न कुछ नए कीर्तिमान रचता हुआ दिखाई दे रहा है। और इसमें हमेशा से इंदौर नगर निगम की बड़ी भूमिका रही है। एक बार फिर अब नगर निगम में इंदौर को सेंट्रल इंडिया में पहले स्थान पर लाने के लिए नई नीति अपनाई है। दरअसल नगर निगम परिषद सम्मेलन में 4डी थिएटर व वर्चुअल जंगल सफारी का प्रस्ताव रखा गया और इस प्रस्ताव को सम्मेलन में मंजूरी मिल गई है। वहीं जानकारी के अनुसार इस प्रोजेक्ट में तकरीबन 3 करोड़ रुपए का खर्च आ सकता है।

दरअसल 4डी थिएटर व वर्चुअल सफारी की खूबी है की इसमें जो स्क्रीन पर दिखाया जाएगा वही सब इसमें बैठने के बाद दर्शकों को भी फील होगा। हालांकि अभी इसकी टेंडर प्रक्रिया शुरू नहीं की गई है, लेकिन उम्मीद जताई जा रही है की आगामी लोकसभा चुनाव के पहले इसके लिए निविदा बुलवाई जा सकती है। जानकारी के अनुसार 15 साल के लिए कंपनी से इसके लिए अनुबंध किया जा सकता है।

कैसी होती है 4डी थिएटर व वर्चुअल जंगल सफारी?

दरअसल इसमें आपको वर्चुअली जंगल देखने को मिलता है। लेकिन इसमें जंगल सफारी के दौरान जो कुछ होता है, वहीं प्रत्यक्ष अनुभव आप भी करते है। जैसे अगर जंगल में तेज हवा चल रही है तो आपको भी हवा का वैसा ही झोंका अनुभव होगा। चाहे जंगल में आंधी हो या बारिश की फुहार आपको वैसा ही महसूस होगा जैसे जंगल में होता है। यदि स्क्रीन पर आपको कोई जानवर दिखाई दे रहा है तो दर्शकों को ऐसा लगेगा कि वह ठीक उनके सामने ही खड़ा है।

शर्तों पर किया जा रहा है विचार :

परियोजना में 4डी थिएटर होगा, जिसमें बच्चों को एक नए अनुभव का मौका मिलेगा। इसके साथ ही, वर्चुअल जंगल सफारी के जरिए दर्शकों को जंगल में घूमने जैसा अनुभव का आनंद लेने का मौका मिलेगा। वहीं इसकी अधिक जानकारी देते हुए एमआईसी सदस्य नंदकिशोर पहाड़िया ने कहा कि “परिषद में मंजूरी मिल गई है। प्रारंभिक अनुमान के अनुसार हमें एक साल में 6 लाख की आय होगी। यह राशि कम लग रही है, इसलिए शर्तों पर विचार किया जा रहा है। इसी महीने निविदाएं बुलवाई जाएंगी। इसके लिए हम पीपीपी मॉडल अपना रहे हैं।”


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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