इंदौर, आकाश धोलपुरे । देश की पहली रक्षा पंक्ति बॉर्डर सिक्यूरिटी फोर्स बीएसएफ के त्रिपुरा, उत्तरप्रदेश, झारखंड, महाराष्ट्र के 184 व 185 बेच नंबर के 377 नव आरक्षकों ने शनिवार को इंदौर के सहायक प्रशिक्षण केंद्र के परेड ग्राउंड में पासिंग आउट परेड में हिस्सा लिया। इस दौरान उन्होंने देश की सरहदों की निगरानी और रक्षा करने की शपथ ली। मौके पर सहायक प्रशिक्षण केंद्र के महानिरीक्षक जे.के. एस. रावत ने परेड की सलामी ली और निरीक्षण किया। उनके सामने नव आरक्षकों ने नए जोश और उत्साह के साथ संविधान की रक्षा, राष्ट्र की एकता अखंडता और संप्रभुता बनाए रखने में खुद को समर्पित करने और झोंक देने का संकल्प दोहराया।
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इस अवसर पर सभी नव आरक्षकों ने शानदार ड्रिल और मार्च पास्ट कर अपने बुलंद इरादों का इजहार किया। जवानों का जोश और जुनून देख दर्शकों के साथ उनके परिजन भी गर्व से फूले नहीं समा रहे थे। 44 सप्ताह की कठिन साधना और जी तोड़ मेहनत के बाद आए इस दिन का सभी को बेसब्री से इंतजार था। इसलिए दूर दराज से उनके माता-पिता भी इंदौर पहुंचे थे। पासिंग आउट परेड में बैच नंबर 184 और 185 के कुल 10 जवानों को विभिन्न क्षेत्रों में बेहतर करने के लिए सम्मानित किया गया। इनमें 184 बैच में ओवर ऑल बेस्ट रहे नव आरक्षक मनोज कुमार और 185 बैच से प्रियव्रत शामिल हैं। मौके पर आईजी जे.के.एस. रावत ने कहा कि दीक्षांत परेड के बाद औपचारिक तौर पर सीमा सुरक्षा बल के महत्वपूर्ण सदस्य बन गए हैं। उन्होंने नव आरक्षकों के माता-पिता को उनके पुत्रों को सीमा सुरक्षा बल में भेजने के लिए बधाई दी। मौके पर फिजिकल ट्रेनिंग का प्रदर्शन भी किया गया। बीएसएफ के बैंड ने अपनी धुन से रोमांचित किया।