इंदौर शहर में एक बार फिर प्रशासन ने सख्त कार्रवाई करते हुए कब्जाधारी सुरेश पटेल के आलीशान बंगले पर बुलडोजर चलाया और सरकारी जमीन को अवैध कब्जे से मुक्त कराया। दरअसल यह कार्रवाई 14 अगस्त को हुई घटना के जवाब में की गई, जब सुरेश पटेल और उसके गार्डों ने सरकारी अधिकारियों पर हवाई फायर किया था। जानकारी के अनुसार यह जमीन विवाद का मामला काफी समय से चल रहा था, जिसमें प्रशासन ने अब कड़ी कार्रवाई करते हुए सुरेश पटेल की कोठी को ध्वस्त कर दिया है।
बुलडोजर से प्रशासन ने दिया जवाब
दरअसल घटना के बाद प्रशासन ने सख्त कार्रवाई का फैसला किया। कलेक्टर आशीष सिंह के निर्देश पर सुरेश पटेल की कोठी को ढहाने के लिए 7 जेसीबी और 3 पोकलेन मशीनों का उपयोग किया गया। इस कार्रवाई को पूरा करने में लगभग तीन घंटे का समय लगा, जिसके बाद एक एकड़ जमीन को पूरी तरह से कब्जा मुक्त कर दिया गया।
जानकारी दे दें कि 14 अगस्त को, इंदौर के अरबिंदो हॉस्पिटल के पास स्थित जमीन से कब्जा हटाने के लिए तहसीलदार और पटवारी की टीम गई थी। जैसे ही कब्जे पर बुलडोजर चला, वहां मौजूद गार्ड ने अचानक 12 बोर की बंदूक से गोलियां चलानी शुरू कर दीं। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, गार्ड ने लगभग 25 से 30 राउंड फायरिंग की। यह घटना दिन के करीब डेढ़ बजे हुई, और स्थिति काफी तनावपूर्ण हो गई थी। पुलिस और अन्य प्रशासनिक अधिकारियों ने तुरंत मौके पर पहुंचकर स्थिति को संभाला और गार्ड को गिरफ्तार कर लिया।
सरकारी जमीन पर अवैध कब्जे का मामला
जानकारी के मुताबिक, जिस जमीन से कब्जा हटाया जा रहा था, वह पहले से ही प्रवर्तन निदेशालय (ED) द्वारा अटैच की गई थी। सुरेश पटेल और उसके गार्डों ने इस सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा कर रखा था और जब प्रशासन ने इसे खाली कराने की कोशिश की, तो उन्होंने हवाई फायर कर दिया। घटना के दौरान सुरेश पटेल भी मौके पर मौजूद था।
वहीं इंदौर के कलेक्टर आशीष सिंह ने इस घटना को गंभीरता से लेते हुए कहा कि फायरिंग जैसी घटनाओं को कतई बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने बताया कि सुरेश पटेल और उसके सहयोगियों के खिलाफ राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (रासुका) के तहत कार्रवाई की जा रही है। कलेक्टर ने यह भी कहा कि प्रशासन किसी भी प्रकार के अवैध कब्जे को बर्दाश्त नहीं करेगा और ऐसे मामलों में सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।