इंदौर।
एक तरफ हॉर्स ट्रेडिंग को लेकर सियासी घमासान मचा हुआ है वही दूसरी तरफ कांग्रेस में गुटबाजी और अतंर्कलह की खबरें एक के बाद एक सामने आ रही है।विधायकों-मंत्रियों की आपसी फूट के बाद अब कांग्रेस के दिग्गज नेता नाराज हो गए है। उन्होंने मंत्रियों पर फोन ना उठाने और उन्हें तवज्जों ना देने का आरोप लगाया है। इतना ही नही कांग्रेस नेता का दर्द इस कदर छलका की वे मंच पर ही रो पड़े।खास बात ये है कि इस आयोजन में शहर कांग्रेस के कार्यवाहक अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित पार्टी जिला अध्यक्ष सदाशिव यादव भी मौजूद थे। जिन्होंने शुक्ला को आश्वासन दिया और बात करने पर पता चला कि वह उच्च शिक्षा मंत्री पटवारी को लेकर नाराज हैं।
दरअसल, मामला इंदौर से सामने आय़ा है जहां कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व शहर अध्यक्ष कृपाशंकर शुक्ला ने अपने ही पार्टी के मंत्रियों पर इल्जाम लगाया है। उनका कहना है कि मंत्रियों को फोन लगाने के बावजूद वो उनका फोन नहीं उठाते हैं। जब यह हाल हमारे साथ है तो कार्यकर्ताओं पर क्या सुनवाई होती होगी। इतना कहते हैं उनकी आंखों से आंसू छलक पड़े।
क्या कहा शुक्ला ने
बुधवार को महेंद्र दृष्टिहीन कल्याण संघ के पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह की पुण्यतिथि पर एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था। इसी दौरान सभा को संबोधित करते हुए शुक्ला ने कहा कि वह कार्यकर्ताओं के दुख को समझ सकते हैं। मेरे फोन करने पर तक मंत्री फोन नहीं उठाते। चार चार दिन में एक बार जवाब नहीं आता। ऐसी स्थिति में कार्यकर्ताओं के समस्याओं पर क्या सुनवाई होती होगी। पूर्व मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि जब भी मंत्री को फोन लगाओ, फोन पीए उठाता है।भावुकता से अपनी बात रखते हुए शुक्ला ने अपने ही मंत्रियों को मक्कार कहा है। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह का नाम लेते हुए शुक्ला ने कहा की जब वह सीएम थे तब अपने कार्यकर्ताओं की समस्या सुनते थे, उसका समाधान करते थे।
कार्यकर्ताओं की सुने मुख्यमंत्री
अपने भावना पर काबू करते हुए शुक्ला ने कहा कि मेरा कोई व्यक्तिगत काम नहीं था कार्यकर्ताओं की समस्याओं के संबंध में कुछ बात करनी थी। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि स्वास्थ्य सही नहीं होने के कारण वह भोपाल की यात्रा नहीं कर पा रहे। वरना वो खुद आकर बात करते। कार्यकर्ताओं की ओर से उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जब भी इंदौर आए, पार्टी कार्यकर्ताओं से अवश्य मिले, उनकी समस्या सुने और उनका निदान निकालें।
कारण बताओ नोटिस
इधर जिला कांग्रेस कमेटी की पिछले कुछ दिनों से हो रही बैठक से 28 पदाधिकारी गायब हैं। जिसके लिए उन्हें तलब किया गया है। जिला कांग्रेस अध्यक्ष सदाशिव यादव ने बताया कि बैठक में अनुपस्थित रहने के कारण इन अधिकारियों को 8 दिनों में जवाब देना है। जिसके बाद उसकी रिपोर्ट प्रदेश कांग्रेस कमेटी को भेजी जाएगी।
बताते चले कि यह पहला मौका नहीं है जब अधिकारी आयोजनों से नदारद रहे हैं। जिसके कारण उन्हें कारण बताओ नोटिस भेजा गया है। नोटिस में चेतावनी है कि यदि ब्लॉक अध्यक्ष, कार्यवाहक अध्यक्ष करने में असमर्थ हैं तो उन्हें पदमुक्त होना चाहिए ताकि नए लोगों को मौका मिले।