इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। अग्निपथ स्कीम के खिलाफ सड़कों पर उतरे देश भर के अभ्यार्थियों के बाद बाद इसका प्रभाव अब प्रदेश में दिखने लगा। पूरे देश में रेल की पटरियों पर विरोध प्रदर्शन कर रहे युवाओं के साथ अब इंदौर के अभियार्थी पर सड़को पर उतर आए है, जहां उन्होंने शहर के लक्ष्मीबाई रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा होना शुरू कर दिया। इस दौरान उन्होंने पुणे से आने वाली ट्रेन को भी रोक दिया है। इसके चलते इंदौर से उज्जैन जाने वाली ट्रेन को भी निरस्त कर दिया गया है। हालात को देखते हुए पुलिस बल तैनात कर दिया गया है, लेकिन छात्रों की संख्या के सामने यह बहुत हल्का नजर आ रहा है।
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इंदौर में करीब 150 युवकों ने अग्निपथ योजना का विरोध किया। इंदौर में अग्निपथ योजना को वापस लेने की मांग को लेकर करीब 150 युवकों ने हाथों में तिरंगा लेकर मरीमाता चौक पर धरना दिया। बाद में उन्होंने शहर के अधिकारियों को अपनी मांग का ज्ञापन सौंपा। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “लोकसभा का सदस्य पांच साल तक सांसद रहकर आजीवन पेंशन का पात्र होता है, लेकिन अग्निपथ योजना के तहत सेना में शामिल होने वालों के लिए ऐसा कोई प्रावधान नहीं है।”
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इसके पहले मध्य प्रदेश के ग्वालियर और इंदौर में रक्षा बलों में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की नव-अन्वेषित अग्निपथ योजना के खिलाफ गुरुवार को विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया। ग्वालियर में एक रेलवे स्टेशन के पास प्रदर्शनकारियों ने पथराव किया और दुकानों में आग लगा दी, जिससे कुछ समय के लिए ट्रेन संचालन प्रभावित हुआ। पुलिस अधीक्षक अमित सांघी ने कहा कि युवकों के एक समूह ने ग्वालियर के गोला का मंदिर इलाके में एक व्यस्त चौराहे पर एक सड़क को अवरुद्ध कर दिया और पुतला फूंका।
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इसके बाद प्रदर्शनकारी बिड़ला नगर रेलवे स्टेशन में घुस गए और कुछ बेंचों और कुछ दुकानों को क्षतिग्रस्त कर दिया।एसपी ने कहा कि वे बाद में ग्वालियर स्टेशन की ओर चले गए, लेकिन चूंकि वहां पुलिस बल में मौजूद थी, इसलिए वे ज्यादा नुकसान नहीं कर सके। उन्होंने कहा कि प्रदर्शनकारियों ने एक ट्रेन पर पथराव किया और फिर पड़व इलाके में इकट्ठा होने लगे। एसपी ने कहा कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे और अब स्थिति नियंत्रण में है। सांघी ने कहा कि विरोध प्रदर्शन के दौरान कोई घायल नहीं हुआ और पुलिस उन लोगों की पहचान करेगी जिन्होंने वीडियो फुटेज से हिंसा की थी।