इंदौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना (Corona) के हॉट-स्पॉट इंदौर (Indore) में अलग-अलग अस्पतालों में 12 हजार से ज्यादा कोविड पेशेंट का इलाज जारी है। मरीजों के इलाज के लिए इंदौर में हर रोज 100 टन से ज्यादा ऑक्सीजन (Oxygen) की डिमांड है। ऐसे में समय को बचाने के लिए सरकार ने सेना की भी मदद मांगी है और इसी का परिणाम है कि शुक्रवार दोपहर 3 बजकर 20 मिनिट पर वायुसेना का विमान C-17 इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा। जहां से करीब 4 घण्टे बाद विमान जामनगर के लिए रवाना हो सका। खबरों के मुताबिक एयरपोर्ट पर विमान में टैंकर की लोडिंग नहीं हो पा रही थी, जिसके चलते तय समय के हिसाब से वायुसेना का विमान जामनगर के लिए उड़ान नहीं भर सका।
यह भी पढ़ें…इंदौर पहुंची 15 हजार रेमडेसिवीर इंजेक्शन की चौथी खेप
बतादें कि विमान के जरिये इंदौर से जामनगर खाली टैंकर भेजने का मकसद ये है कि समय की बचत की जा सके, क्योंकि खाली टैंकर को ट्रक के जरिये यदि गुजरात के जामनगर भेजा जाए तो उसे वहां पहुंचने में करीब 24 से 26 घण्टे लग सकते है लेकिन विमान के जरिये हवा में टैंकर पहुंचने में महज 1 घण्टे का समय लगता है। लिहाजा, आने वाले दिनों में ये ही प्रकिया इंदौर में जारी रहेगी क्योंकि इंदौर को प्रतिदिन 100 से 110 टन ऑक्सीजन की आवश्यकता है। लेकिन आपूर्ति केवल 70 से 80 टन की ही हो पा रही है। हालांकि, केवल खाली टैंकर ही विमान के जरिये जाएगा, वही जामनगर से ऑक्सीजन को भरकर ट्रक के जरिये सड़क मार्ग से ही लाई जाएगी।
फिलहाल, तकनीकी खामियों के बावजूद उमीदों से भरी उड़ान का नज़ारा इंदौर के आसमान पर देखने को मिला। जहां से भारतीय वायुसेना का C-17 एयरक्राफ्ट आज एयरपोर्ट से 30 मेट्रिक टन क्षमता का ख़ाली ऑक्सीजन टैंकर लेकर जामनगर के लिए रवाना हुआ।
यह भी पढ़ें…इंदौर के इस निजी अस्पताल में 70 प्रतिशत ऑक्सीजन स्वयं की जाती है जनरेट, मंत्री ने किया प्लांट का दौरा