इंदौर, डेस्क रिपोर्ट। मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के इंदौर (Indore) में लापरवाही पर गाज गिरी है। लीकेज सुधार ना करने पर नगर निगम आयुक्त (Indore Municipal Corporation Commissioner) सुश्री प्रतिभा पाल ने सहायक यंत्री को निलंबित (suspended) कर दिया है।खबर है कि लीकेज में सुधार नहीं होने के कारण नर्मदा का पानी बहकर लोधा कालोनी, अर्जुनपुरा के नाले में जा रहा था, समीक्षा बैठक के दौरान आयुक्त ने इस लीकेज के बारे में पीएचई (PHE) के सहायक यंत्री मनोज रघुवंशी (Assistant engineer manoj raghuvanshi) से कारण पूछा लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया, जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है।
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दरअसल, नगर निगम आयुक्त सुश्री प्रतिभा पाल ने मंगलवार को नाला टेपिंग कार्य एवं पीएचई के पाईप लाईन कार्यो के रेस्टोरेशन करने के संबंध में सिटी बस आफिस में समीक्षा बैठक की थी, जिसमें पीएचई के सहायक यंत्री मनोज रघुवंशी द्वारा महूनाका चौराहे पर नर्मदा पानी सप्लाय लाईन का लीकेज सुधार नही करने के कारण नर्मदा का पानी व्यर्थ बहते हुए लोधा कालोनी अर्जुनपुरा के नाले में जा रहा था, समीक्षा बैठक के दौरान उक्त लीकेज सुधारने के संबंध में मनोज रघुवंशी से पूछा जाने पर संतोषजनक जवाब नही दिया गया। जिस पर आयुक्त द्वारा कार्य में लापरवाही करने और नर्मदा पानी व्यर्थ बहने पर सहायक यंत्री मनोज रघुवंशी को तत्काल प्रभाव से निलंबित करने के निर्देश दिये गये।
इस दौरान आयुक्त ने झोनवार झोन के अंतर्गत चल रहे नाला टेपिंग कार्य व पीएचई के पाईप लाईन डालने के कारण कि गई खुदाई के रेस्टोरेशन संबंधित कार्यो में कहां-कहां कार्य चल रहा है, कितना कार्य बचा है और कब तक पूर्ण कर लिया जावेगा, इसकी जानकारी ली गई। जहां पर भी कार्य के दौरान यदि ठेकेदार द्वारा सी एंड डी वेस्ट या मिटटी का ढेर लगा रखा है और उसे उठाया नही गया है तो उनके विरूद्ध पेनल्टी करने के निर्देश दिये गये।
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इसके साथ हीआयुक्त द्वारा निर्देशित किया गया कि संबधित झोनल अधिकारी अपने झोन क्षेत्र के पीएचई के सहायक यंत्री के साथ हर एक नाले के किनारे पैदल घुमकर यह क्रास चेक करेगे कि नाले में कहां से पानी आ रहा है और जिस कारण से भी नाले में पानी आ रहा है उसको टेªपिंग करने का कार्य 2 दिवस में करगे और यदि नर्मदा (Narbada) लाईन लीकेज होने के कारण नाले में पानी आने का पता चलता है तो लीकेज को आगामी 2 दिवस में सुधार करने का कार्य करेगे। झोनल अधिकारी व सहायक यंत्री पीएचई हर एक नाले के किनारे पैदल घुमकर क्रास चेक करने के उपरांत रिपोर्ट से भी आयुक्त को कन्ट्रोल रूम के माध्यम से अवगत कराएगे।