पिछले साल चयनित हुए सहायक प्राध्यापकों ने पदस्थापना ना मिलने से अब सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सहायक प्राध्यापकों आज से संविधान रक्षा पदयात्रा निकाल रहे है।यह यात्रा डॉ आंबेडकर की जन्मस्थली महू से होते ही भोपाल पहुंचेगी। आज महू में नाराज सहायक प्राध्यापकों ने पहले मुंडन करवाकर विरोध जताया फिर जमकर नारेबाजी की।बता दे कि बीती सरकार के कार्यकाल में हुई सहायक प्राध्यापक चयन प्रक्रिया में तमाम गड़बड़ियों और मनमाने संशोधन के आरोप लग रहे हैं। इससे जुड़े केस हाई कोर्ट में भी चल रहे हैं। लिहाजा सरकार ने पदस्थापना पर रोक लगा रखी है।
इस दौरान ढाई सौ से भी ज्यादा की संख्या में उम्मीदवार वहां मौजूद रहे। इस पूरे प्रदर्शन में 3 हजार से अधिक उम्मीदवारों के जुड़ने की संभावना है।बताया जा रहा है कि 12 नवंबर को भी ये सभी मुख्यमंत्री कमलनाथ से मिले थे और अपनी समस्या बताई थी, इसके बाद भी इनको लेकर कोई कदम नहीं उठाया गया। वही कई बार ये अपनी समस्या उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के सामने भी रख चुके है लेकिन सिर्फ आश्वासन के कोई हल नही निकला, जिसके बाद उन्होंने यह यात्रा शुरु की है।
इन उम्मीदवारों को पहले यात्रा की अनुमति तो दी गई, लेकिन इस बीच मैसेज वायरल हुए कि सरकार के रुख के विरोध में उम्मीदवार उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के गांव बिजलपुर में मुंडन कराएंगे।हालांकि पुलिस ने सभी को साफ शब्दों में हिदायद दी है कि वे उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के घर के बाहर तो क्या गांव में भी दाखिल न हों। यह गांव पदयात्रा के रास्ते में ही पड़ रहा है। पुलिस इन पर नजर बनाए हुए है।इससे पहले उम्मीदवार मंत्री जीतू पटवारी के घर जाकर धरने पर भी बैठ चुके हैं। तब भी पुलिस ने कार्रवाई की धमकी देकर इन्हें हटा दिया था।