इंदौर, आकाश धोलपुरे। कोरोना काल के थमने के बाद अब लोकायुक्त पुलिस (Indore Lokayukt Team) की कार्रवाईयो ने जोर पकड़ना शुरू कर दिया। इसी के तहत के शिकायत पर सोमवार को लोकायुक्त पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए उप आयुक्त रजिस्ट्रार कार्यालय के एक वरिष्ठ सहकारिता निरीक्षक अधिकारी को 10 हजार रुपये की रिश्वत (Indore Bribe) लेते रंगे हाथ धर लिया गया।
दरअसल, भ्रष्टाचार के आरोपो से घिरे रहने वाले इंदौर (Indore) के चिमनबाग क्षेत्र में स्थित कार्यालय उप आयुक्त, सहकारिता एवं उप रजिस्ट्रार सहकारी संस्थायें जिला इंदौर के वरिष्ठ अधिकारी और सहकारिता निरीक्षक प्रमोद तोमर सोमवार को लोकायुक्त के बिछाये जाल में फंस गया। बताया जा रहा है कि भ्रष्ट सहकारिता निरीक्षक प्रमोद तोमर ने तिलक नगर सहकारी संस्था के अध्यक्ष दिलीप बौरासी से रिश्वत की मांग की।
जानकारी के मुताबिक, पूर्व अध्यक्ष द्वारा वर्तमान अध्यक्ष के खिलाफ संस्था को लेकर एक शिकायत की गई थी जिसकी जांच के नाम पर 15 हजार रुपये की रिश्वत मांगी गई थी। रिश्वत की पहली किश्त भ्रष्ट अधिकारी ने शुक्रवार 23 जुलाई को 5 हजार रुपये ले ली थी और उसी दिन उसकी शिकायत भी लोकायुक्त में की गई। जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस ने तथ्यों की जांच कर शिकायत सही पाई तब लोकायुक्त पुलिस ने एक योजना बनाई और आज रिश्वत की दूसरी किश्त 10 हजार रुपये लेकर फरियादी को ऑफिस में पहुंचाया जहां भ्रष्ट अधिकारी ने 10 हजार रुपये की रकम अपनी द्राजके रख ली थी।
इसके बाद मौके पर लोकायुक्त की टीम डीएसपी (Indore Lokayukt DSP) प्रवीण बघेल की टीम मौके पर पहुंची और रिश्वतखोर को ट्रेप कर लिया गया।शिकायतकर्ता तिलक नगर सहकारी संस्था के वर्तमान अध्यक्ष दिलीप बौरासी ने बताया कि संस्था के पूर्व अध्यक्ष द्वारा उन पर झूठी शिकायत दर्ज की गई थी और रिश्वत लेने वाला प्रमोद तोमर 10 साल पहले भी इंदौर में था और पूर्व अध्यक्ष से उसकी संत गांठ है जिसके चलते जांच के एवज में उसने 15 हजार की रिश्वत की मांग की। इस पर 5 हजार रुपये 23 जुलाई को दिए गए और लोकायुक्त में शिकायत के बाद सहकारिता निरीक्षक पर कार्रवाई की गई।
इधर, लोकायुक्त अधिकारियों ने बताया कि 23 जुलाई को लोकायुक्त पुलिस के समक्ष शिकायत आई थी जिसके बाद वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में छापा मारकर वरिष्ठ सहकारिता निरीक्षक प्रमोद तोमर पर कार्रवाई की गई।
फिलहाल, लोकायुक्त ने कार्रवाई के दौरान जरूरी साक्ष्य जुटा लिए है वही कार्रवाई के दौरान ऑफिस में रिश्वतखोर प्रमोद तोमर सर पकड़ते नजर आया।बता दे कि 2 दिन पहले ही लोकायुक्त के जाल में फंसे अधिकारी ने शिकायतकर्ता से 5 हजार रुपये लेकर हजम कर लिए थे। जिसके बाद लोकायुक्त पुलिस रिश्वतखोर अधिकारी को ट्रेप किया और उस पर कार्रवाई की।
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(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)