इंदौर| आकाश धोलपुरे| मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) के सियासी गलियारों में उस वक्त भूचाल आ गया, जब बीजेपी (BJP) के चर्चित चेहरों पर सवाल उठाते हुए पार्टी के ही वरिष्ठ नेता व पूर्व विधायक भंवर सिंह शेखावत (Bhanwar Singh Shekhawat) ने कटघरे में ला खड़ा किया। इसके बाद इंदौर सांसद शंकर लालवानी ने शेखावत के बयान के जबाव में कहा था कि उनका तरीका ठीक नही है। तब से ही राजनीतिक गलियारों में ये चर्चा जोरों पर थी कि संगठन शेखावत के आरोपों की झड़ी से खुश नही है और आज जब इंदौर में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष से मीडिया ने आरोपो की हकीकत जाननी चाही तो ये समझ मे आ गया ना सिर्फ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा बल्कि संगठन से जुड़े अन्य बड़े नाम भी भंवरसिंह शेखावत के रवैये से खफा है।
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी.डी. शर्मा ने कहा कि कैलाश विजयवर्गीय हमारे वरिष्ठ नेता है और राष्ट्रीय महासचिव है। देश और प्रदेश संगठन कार्यों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहती है। 24 सीटों पर होने वाले उपचुनावों में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रहेगी साथ ही मालवा की 5 सीटों पर कैलाश जी की विशेष भूमिका रहेगी। संगठन ने तय किया तभी राजेश अग्रवाल की भाजपा में वापसी हुई है जो संगठन ने तय किया था। वही शेखावत के बयान के मामले में बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा हमने उनको बुलाया और बात करने के बाद तय होगा कि क्या किया जाए। इसी बात से ये साफ हो गया कि बीजेपी के वरिष्ठ नेता शेखावत की राहें आगे बीजेपी में आसान नही होगी क्योंकि अब तो संगठन भी उनसे खफ़ा नजर आने लगा है | बदनावर विधानसभा उपचुनाव से पहले राजेश अग्रवाल की वापसी पर मचे बवाल पर शेखावत से संगठन द्वारा जवाब लिया जाएगा, उनके खिलाफ कार्रवाई भी हो सकती है|