इंदौर। सांसद सुमित्रा महाजन के पीछे हटने के बाद बीजेपी में उम्मीदवार तय करने में लगातार माथापच्ची जारी है। नए नाम पर पार्टी में मंथन चल रहा है। ताई के बाद किसी नेता का इंदौर लोकसभा सीट पर सबसे अधिक प्रभाव है तो वह है कि कैलाश विजयवर्गीय। लेकिन ताई और कैलाश के बीच रिश्तों में तल्खी जगजाहिर है। ताई पीछे जरूर हटीं हैं लेकिन उन्होंने इस सीट पर अपने पसंद के नेता लालवानी का नाम पार्टी के सामने रखा है।
ताई के सियासी पत्र लिखने के बाद एक बड़ा गुट उनके समर्थन में उतर आया है। जो लगातार पार्टी पर ताई को टिकट देने का दबाव बना रहा है। वहीं, दूसरा गुट कैलाश विजयवर्गीय को लेकर टिकट की मांग कर रहा है। खुद कैलाश ने इस बारे में अभी तक कोई बयान नहीं दिया है। उन्होंंने कुछ दिन पहले भोपाल से दिग्गी के खिलाफ चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी। इंदौर के बारे में उन्होंने खुलकर कुछ नहीं कहा। महाजन अगर मराठी, भाजपा के परंपरागत और बड़े ग्रामीण वोट को जोड़े रखने में सक्षम थीं तो विजयवर्गीय भी शहर और गांव का तालमेल बखूबी बना सकते हैं।
इनके नाम पर भी चल रहा विचार
कोई चौंकाने वाला नाम भी दे सकती है पार्टी, ग्वालियर के टिकट के बाद मालिनी गौड़ की संभावना भी बढ़ी है। वहीं, ताई की पसंद सिंधि वोट साधने के लिए शंकर लालवानी का भी आ सकता है। वहीं, मराठी वोट को देखते हुए पूर्व महापौर कृष्णमुरारी मोघे के अलावा नगर अध्यक्ष गोपीकृष्ण नेमा, रमेश मेंदोला, उषा ठाकुर और सुदर्शन गुप्ता भी टिकट की दौड़ में शामिल हैं।