इंदौर| सेंट्रल जेल में पदस्थ उप जेलर मानिकचंद भामोर की जेल में हार्ट अटैक आने से मृत्यु हो गई । सांस लेने में तकलीफ होने की शिकायत पर उन्हें एम वाय अस्पताल ले जाया गया, लेकिन उन्होंने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। अस्पताल पहुँचने पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया |
जानकारी के मुताबिक 5 साल से इंदौर में पदस्थ उपजेलर मानिकचंद भामौर रोज की तरह आज भी जेल में अपनी ड्यूटी के लिए के नियत समय सुबह 9 बजे पहुंचे। परिजनों के मुताबिक ड्यूटी जाने से पहले उन्होंने नाश्ता किया था, जेल पहुंचने के बाद सबसे पहले उन्होंने जेल निरीक्षण किया और एक राउंड के बाद वो अपने केबिन में चले गए कुछ देर बाद उन्हें चक्कर आने की शिकायत हुई और धीरे धीरे वो बेहोंशी की हालत में पहुंच गए।
जेल कर्मचारियो की माने तो ड्यूटी पर आने के कुछ समय बाद अचानक उनकी तबीयत बिगड़ने लगी जिसके बाद उन्हें प्राथमिक उपचार जेल में मौजूद डॉक्टरों द्वारा दिया गया और जब स्थिति नही सम्भली तो उन्हें एम. वाय. अस्पताल रैफर किया गया। जहां पहुंचने के बाद डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। उपजेलर की मौत की खबर मिलने के बाद पुलिस पहुंची तो प्रारम्भिक पड़ताल में पता चला कि उपजेलर डामोर की मौत हार्ट अटैक से हुई है हालांकि पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है ताकि अचानक हुई मौत की वजहों का पता लगाया जा सके। इधर, उपजेलर माणकचंद डामोर की मौत की खबर के बाद जेल कर्मचारी और परिजन रुंआसे हो चले। अचानक हुई मौत के जेल परिसर में सन्नाटा सा पसर गया। इधर, पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।