मोहन यादव सरकार ने आज इंदौर के ऐतिहासिक राजवाड़ा में कैबिनेट की बैठक आयोजित की। ये बैठक लोकमाता देवी अहिल्याबाई होलकर की 300वीं जयंती वर्ष के समापन के अवसर पर आयोजित की गई। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। लेकिन अब कांग्रेस ने इस बैठक को लेकर सरकार से सवाल किए हैं और पूछा है कि क्या भाजपा सिर्फ अपने इवेंट मैनेजमेंट को प्राथमिकता दे रही है।
नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने मध्यप्रदेश सरकार को जनविरोधी सरकार करार दिया है। दरअसल राजवाड़ा में कैबिनेट बैठक होने के कारण इस पूरे इलाके को बंद करा दिया गया था। इसे लेकर विपक्ष ने आपत्ति जताई है और कहा है पूछा है कि ये कैसी सरकार जो जनता की रोजी रोटी बंद करवाकर बैठक कर रही है।

राजवाड़ा में हुई मोहन कैबिनेट
मंगलवार को मोहन कैबिनेट की बैठक इंदौर के राजवाड़ा के की गई। मुख्यमंत्री मोहन यादव की अध्यक्षता में हुई इस बैठक को सरकार ने “विकास और जनसंवाद के संकल्प” के रूप में प्रस्तुत किया। बैठक गणेश हॉल में आयोजित की गई, जिसे होलकर शासनकाल की शैली में सजाया गया था। बैठक में मंत्रियों और अधिकारियों ने पारंपरिक मालवी परंपरा का पालन करते हुए भगवा दुपट्टे पहने। मुख्यमंत्री और मंत्रियों के लिए कुर्सियों के बजाय पटिए और गद्दे बिछाए गए, जो होलकर रियासत के दरबार की याद दिलाते हैं। इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए।
उमंग सिंघार ने किया विरोध
कांग्रेस ने इस कैबिनेट को “इवेंट मैनेजमेंट” करार देते हुए कड़ा विरोध जताया है। नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने इस बैठक पर सवाल उठाते हुए सरकार की मंशा पर निशाना साधा। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर कहा कि “राजवाड़ा जैसे भीड़भाड़ वाले व्यापारिक इलाके में कैबिनेट बैठक करना और उसके लिए पूरे इलाके को सील कर देना, दुकानें बंद करवाना, क्या यही है जनता के हित में फैसला लेने का तरीका? जहां रोज़ाना हज़ारों लोग रोज़ी-रोटी कमाते हैं, वहां सरकार ने एक बैठक के लिए सबकुछ बंद करवा दिया। ये कैसी सरकार जो जनता की रोजी-रोटी बंद करवाकर बैठक कर रही है? क्या भाजपा सिर्फ अपने इवेंट मैनेजमेंट को प्राथमिकता दे रही है?” बता दें कि इंदौर का राजवाड़ा व्यस्त व्यापारिक इलाका है जहां रोज़ करोड़ों का व्यवसाय होता है। इसीलिए कांग्रेस ने कैबिनेट बैठक के लिए इस इलाके को बंद कराने का विरोध किया है और बीजेपी को जनविरोधी सरकार बताया है।
राजवाड़ा जैसे भीड़भाड़ वाले व्यापारिक इलाके में कैबिनेट बैठक करना और उसके लिए पूरे इलाके को सील कर देना, दुकानें बंद करवा देना, क्या यही है जनता के हित में फैसला लेने का तरीका?
जहां रोज़ाना हज़ारों लोग रोज़ी-रोटी कमाते हैं, वहां सरकार ने एक बैठक के लिए सबकुछ बंद करवा दिया।
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— Umang Singhar (@UmangSinghar) May 20, 2025